Yogi Dream Project UP Film City: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक और सपना जल्द साकार होने की ओर अग्रसर है। 26 जून की शाम 5 बजे ग्रेटर नोएडा (यमुनानगर) के सेक्टर 21 स्थित यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक प्राधिकरण की जमीन पर अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी का शिलान्यास किया जाएगा। 18 महीने के अंदर इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके बाद यहाँ त्वरित रूप से शूटिंग शुरू हो सकेगी।
इंटरनेशनल फिल्म सिटी, जिसे हाल ही में ‘Zero Date Film City’ के रूप में जाना गया है, उत्तर प्रदेश को एक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माण का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना प्रदेश की फिल्म, पर्यटन और अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखती है।
बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता बोनी कपूर तथा भूटानी ग्रुप के कंसोर्टियम–बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्रा. लि. को यह प्रोजेक्ट लाइसेंस प्रदान किया गया है। उन्होंने पहले चरण में स्टूडियो और साउंड स्टेजेस का निर्माण करने की प्रतिबद्धता जताई है, ताकि मिनी इनडोर-आउटडोर सेट, पोस्ट-प्रोडक्शन सुविधाएं, रनवे, हेलिपैड, सौर ऊर्जा आधारित लोकेशन आदि जल्द तैयार हो सकें।
यह भी पढ़े : मौसम बना मुसीबत: अमौसी एयरपोर्ट से उड़ानें ठप
18 महीने के भीतर इन सुविधाओं को पूरा करने की योजना है, जिससे यहां इंडियन सिनेमा की शूटिंग के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स को भी आकर्षित किया जा सके।
यह परियोजना
बेव्यू भूटानी प्रोजेक्ट्स एलएलपी द्वारा झ Rajasthan जैसी प्राकृतिक लोकेशंस की सौर ऊर्जा आधारित पुनरावृत्ति लाने की योजना है। यह तकनीकी रूप से पर्यावरण के अनुकूल परियोजना है, जिससे ऊर्जा लागत में कमी आएगी।
पर्यावरणीय संतुलन बना रहेगा।
नगर निगम, उद्योग विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के सहयोग से परियोजना को सुचारू रूप से कार्यान्वित किया जाएगा। गुणात्मक शुरुआत के लिए नागरिकों के सहयोग से भूमि अधिग्रहण, ट्रैफिक व्यवस्थापन और अवसंरचना सुधारे जाएंगे।
किसानों का पुनर्वास, स्थानीय सुविधाओं का अनुरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।
फिल्म सिटी जैसी परियोजनाओं से यूपी की संस्कृति और युवाओं में उनकी पहचान बढ़ेगी। इसके साथ मुंबई के बाद लखनऊ व नोएडा नियमित शूटिंग हब बन सकते हैं।गोरखपुर और गाजियाबाद जैसे नगर भी फिल्म डिस्ट्रीक्टो के विकल्प बन सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि यूपी में एक सांस्कृतिक क्रांति का प्रारंभ है। यह न केवल फिल्म उद्योग को मजबूत करेगा बल्कि स्थानीय समुदाय, अर्थव्यवस्था, पर्यटन और सांस्कृतिक पहचान को एक नयी गति देगा।सीएम योगी के कट्टर दृष्टिकोण और शासन सहयोग ने इस स्वप्न को वास्तविकता का रूप दिया है। आने वाले 18 महीने में जब इसकी सफलता दिखेगी, तो यह “Yogi’s Dream” नाम से एक मिसाल बनकर पूरे देश को प्रेरित करेगी।
Published on:
22 Jun 2025 09:45 pm