
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani ) की स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ( Reliance Industries ) के शेयरों में कल भारी उतार चढ़ाव देखने को मिला। निवेशकों के लिहाज से बात करें तो कंपनी के शेयर ( Reliance Industries Share ) ने कल गूगल के साथ डील ( Jio Google Deal ) की खबरों के बीच 52 हफ्तों की उंचाई पर गया। उसके बाद जब 2 बजे रिलायंस एजीएम ( Ril AGM 2020 ) शुरू हुआ तो कंपनी के शेयरों ( Reliance Industries Share Price ) में गिरावट देखी गई। यहां तक कि कंपनी का शेयर अपने उच्चतम स्तर से 9 फीसदी की गिरावट के साथ 1800 रुपए से भी नीचे चला गया। सवाल ये है कि आखिर ऐसी कौन सी बातें एवं कारण रहे कि कंपनी का शेयर करीब 4 फीसदी तक नीचे गिर गया। आइए मीडिया रिपोट्र्स में किस तरह की चर्चाएं गर्म हैं आपको भी बताते हैं...
4 फीसदी तक टूट के कंपनी के शेयर
बात अगर बुधवार यानी 15 जुलाई की करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के एजीएम शुरू होने से पहले कंपनी का शेयर काफी अच्छा चल रहा था। गूगल के साथ संभावित डील की खबरों ने तो कारोबारी सत्र में कंपनी का शेयर 1978 रुपए प्रति शेयर पर आ गया था, जो 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर पर भी है। उसके बाद एजीएम शुरू हुआ और कंपनी के शेयरों में गिरावट आनी शुरू हुई, जोकि उच्चतम स्तर से 9 फीसदी की गिरावट तक पहुंच गई। कंपनी का शेयर 1798 रुपए प्रति शेयर पर आ गया। बाजार बंद होने तक कंपनी का शेयर करीब 4 फीसदी की गिरावट के साथ 1845.60 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ।
चर्चाओं का बाजार गर्म
मीडिया रिपोट्र्स में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि एजीएम में मुकेश अंबानी की कुछ बातें निवेशकों को बिल्कुल पसंद नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहली बात तो ये है कि मुकेश अंबानी ने रिलायंस से अपने ऑयल और कैमिकल कारोबार को अलग करने का ऐलान किया है।
जानकारों की मानें तो मौजूदा समय में रिलायंस सिर्फ ऑयल और कैमिकल की ही कंपनी नहीं रह गई है। अब वो विशुद्घ टेक कंपनी में भी शुमार हो गई है। जियो प्लेटफॉर्म इसका साफ उदाहरण है। अगर जियो को अभी अलग कर दिया जाए तो उसका मार्केट कैप 5.5 लाख करोड़ होगा।
वहीं दूसरी ओर रिलायंस रिटेल में भी हाथ आजमा रहा हैै। जियो मार्ट से इसकी शुरूआत हो चुकी है। दूसरा कारण है साउदी अरामकी डील का ठीक तरीके से आगे ना बढ़ पाना। दोनों कंपनियों के बीच करीब 75 हजार करोड़ रुपए डील होनी थी। रिलायंस के 20 फीसदी शेयर अरामको के पास आने थे। वहीं जियो के आईपीओ का जिक्र भी एजीएम में नहीं हुआ जिसका सभी बड़ी बेसब्री से इंतजार है।
सिर्फ मुनाफावसूली और कुछ नहीं
वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का यह भी मानना है कि अरामको और आईपीओ जैसे मुद्दे उतने बड़े नहीं है जिसकी वजह से कंपनी का शेयर 4 फीसदी तक गिर जाए। मीडिया रिपोर्ट में एस्कॉर्ट सिक्योरिटी के हेड (रिसर्च) आसिफ इकबाल मानना है कि रिलायंस के शेयरों में गिरावट सिर्फ मुनाफावसूली है और कुछ नहीं। वास्तव में कई निवेशक कंपनी के शेयरों के 2000 रुपए तक के पहुंचने का इंतजार कर कर रहे थे। बुधवार को कंपनी का शेयर 1978 रुपए तक भी पहुंचा था। जिसके बाद निवेशकों की ओर से जमकर मुनाफासवूली की। आपको बता ता दें कि 23 मार्च को कंपनी का शेयर 867 रुपए प्रति शेयर पर चला गया था। जिस दौरान कई छोटी अवधि में मुनाफा कमाने वाले निवेशकों की ओर से रिलायंस के शेयरों में खरीदारी की थी।
आज की क्या है स्थिति?
आज भी कंपनी के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। दोपहर 12 बजकर 30 मिनट के सत्र में रिलायंस का शेयर 1844.55 रुपए प्रति शेयर पर है। जोकि सपाट स्तर पर कारोबार कर रहा है। जबकि आज कंपनी का शेयर 1850 रुपए प्रति शेयर पर खुला था। 1868 रुपए प्रति शेयर आज का उच्चतम स्तर है। 1812.25 रुपए प्रति शेयर आज निचला स्तर है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में रिलायंस के शेयरों में कुछ इसी तरह का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
Updated on:
16 Jul 2020 12:57 pm
Published on:
16 Jul 2020 12:55 pm
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