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अलर्टः कान्हा की नगरी में पगपग पर मौजूद ‘अवैध’ खतरा

-कान्हा की नगरी में लगातार जारी है धरपकड़, एक और अवैध विदेशी पकड़ा-राष्ट्रीय स्तर पर छाया है रोहिंग्या और अवैध बंग्लादेशियों का मुद्दा

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मथुरा

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Amit Sharma

Oct 06, 2019

अलर्टः कान्हा की नगरी में पगपग पर मौजूद ‘अवैध’ खतरा

अलर्टः कान्हा की नगरी में पगपग पर मौजूद ‘अवैध’ खतरा

मथुरा। कान्हा की नगरी में अलर्ट है। बावजूद इसके पगपग पर अवैध विदेशियों का खतरा मौजूद है। लगातार धरपकड़ के बावजूद यह खतरा इतना बड़ा है कि समाज की रगों में घुल चुका है। अवैध विदेशियों ने सरकारी सिस्टम के भ्रष्टाचार का लाभ उठा कर वैधता के तमाम सबूत हासिल कर लिये हैं। कई वीजा अवधि सालों पहले खत्म होने के बाद भी यहीं रह रहे हैं। गोवर्धन में एलआईयू और पुलिस ने एक विदेशी युवक को गिरफ्तार किया है। वो कई वर्षों से बिना वीजा के राधाकुंड में रह रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस ने रविवार तड़के उसे राधाकुंड श्यामकुंड के घाट से पकड़ लिया। वृंदावन में पकड़े गए दोनों बांग्लादेशियों के पास भी आधार कार्ड मिले थे। बैंक की पासबुक तक हैं। अवैध बंग्लादेशियों की धरपकड के दौरान एटीएस के एक अधिकारी ने बताया था कि जहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आनाजाना ज्यादा रहता है वहां यह लोग आसानी से छुप जाते हैं। जैसा जहां का रंग होता है खुद को उसी तरह से ढाल लेते हैं। इन लोगों ने भारतीय संस्कृति के हिसाब से अपने और बच्चों के नाम रख रखे हैं। क्योंकि एक लंबा समय हो गया है लिहाजा आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड और वोटर लिस्ट तक में अपना नाम दर्ज करा लिया है।

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आर्टेम पोलोज गिरफ्तार, आठ साल पहले खत्म हो गया था वीजा
राधाकुंड में रह रहे आर्टेम पोलोज निवासी यूक्रेन का करीब आठ वर्ष पूर्व ही वीजा समाप्त हो गया था। इसके बाद भी वो अवैध रूप से यहां रह रहा था। वर्तमान में निताई धाम मंदिर रामचंद घेरा में रहता था। उसका गुरु प्राण कृष्ण दास है। विदेशी युवक ने बताया कि भक्ति साधना करने के लिए रहने लगा। उसका अंतिम वीजा की अवधि 28 दिसम्बर 2011 है। उसके पास से विदेशी लाइसेंस, क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट मिला है। वो चार बार भारत में टूरिस्ट वीजा पर आ चुका था। थाना प्रभारी निरीक्षक लोकेश सिंह भाटी ने बताया कि रविवार की सुबह करीब चार बजे राधाकुंड से विदेशी युवक गिरफ्तार किया। कानून कार्रवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।

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कब कहां हुई गिरफ्तारी
12 जुलाई 2019ः 13 बंग्लादेशियों को गिरफ्तार किया। इन सभी पर वैध आधार और वोटर कार्ड पाये गये थे।
17 जुलाई 2019ः 17 बंग्लादेषी गिरफ्तार किये।
29 जुलाई 2019ः छाता पुलिस ने अकबरपुर पुल के पास से नौ बंग्लादेशियों को गिरफ्तार
किया जिनके पास आठ बच्चे भी थे।
2 अगस्त 2019ः थाना हाइवे पुलिस ने एक महिला सहित पांच बंग्लादेशी गिरफ्तार किये।
12 सितम्बर 2019ः इस्कान मंदिर से दो बग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया।
12 अप्रैल2019ः 23 बंग्लोदेशियों को वैध वोटर और आइडी कार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया।
14 सितम्बर 2018ः वृंदावन से दो अवैध बंग्लादेषी पकडे।
28 अगस्त 2018ः कोसीकला पुलिस ने दो महिलाओं सहित पांच अवैध बंग्लादेशियों को गिरफ्तार किया।
28 सितम्बर 2018ः बल्देव क्षेत्र से पुलिस ने पांच बच्चों सहित 13 बंग्लादेशी गिरफ्तार किये।
26 नवम्बर 2018ः पुलिस ने कोसीकलां कस्बे में छापेमारी कर वहां अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों और उन्हें शरण देने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है

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ये हैं विदेशी खतरे से निपटने को डीजीपी के निर्देश
- शहर और जिले के बाहरी छोर पर स्थित रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और रोड किनारे बसी बस्तियों को चिह्नित कर वीडियोग्राफी के साथ सत्यापन का अभियान चलाया जाए।
- जांच के दौरान संबंधित व्यक्ति द्वारा बताए जाने वाले मूल पते का सत्यापन कराया जाए।
- इस बात की भी जांच की जाए कि बांग्लादेशी या अन्य विदेशी नागरिकों ने यहां ठहरने के लिए कौन-कौन से अभिलेख बनवा लिए हैं। इनमें राशन कार्ड, वोटर आइडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, शस्त्र लाइसेंस, पासपोर्ट भी हो सकता है।
- बनवाए गए फर्जी अभिलेखों के निरस्त कराने के साथ ही इन्हें बनवाने वाले बिचैलियों और सरकारी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
- अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी और विदेशी नागरिकों के फिंगर प्रिंट लेकर राज्य फिंगर पिं्रट ब्यूरो को भेजे जाएं।
- कंस्ट्रक्शन कंपनियों में लगे मजदूरों को उनके पहचान पत्रों से सत्यापन कराया जाए।
- अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को सूचीबद्ध करके उनको बाहर निकालने की कार्रवाई की जाए।

इनपुट- सुनील शर्मा


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