
मेरठ। देश के अधिकतर डॉक्टर व नर्स कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं डा. विश्वास चौधरी। विश्वास चौधरी वर्तमान में कोरोना सर्विलांस अधिकारी बनाए गए हैं। डा. विश्वास चौधरी का दिन सुबह पांच बजे शुरू होता है और रात एक बजे तक चलता है। 24 घंटे में मात्र चार घंटे ही आंखों और शरीर को आराम दे रहे हैं।
डा. विश्वास पिछले एक महीने घर नहीं गए हैं। उन्होंने गेस्ट हाउस को ही अपना आशियाना बना लिया है। ये गेस्ट हाउस चौधरी चरण सिंह विवि कैंपस में है। डा. विश्वास बताते हैं कि गेस्टहाउस के गार्ड और वहां के केयरटेकर को भी नहीं पता कि वहां पर कौन रहता है और वह किस समय आते हैं किस समय जाते हैं। डा. विश्वास कहते हैं कि इस संकट के समय में उनके परिवार के लोग उनका हौसला बढ़ा रहे हैं।
मुजफ्फरनगर जिले के रायपुर नगली के रहने वाले डा. विश्वास के माता-पिता गांव में ही रहते हैं। बुजुर्ग भी अपने बेटे का समाचार लेने के लिए प्रतिदिन फोन कर उनकी कुशलता लेते हैं। डा. विश्वास कहते हैं कि उनकी मां कहती है कि बेटा कोरोना को खत्म कर पहले गांव आना उसके बाद ही घर जाना। उन्होंने बताया कि जिले को कोरोना मुक्त करने के लिए पूरा विभाग और प्रशासनिक मशीनरी के साथ ही पुलिस भी बहुत मेहनत कर रही है। डा. विश्वास का कहना है कि बिना लोगों की जागरूकता और उनके सहयोग के बिना कोरोना से मुक्ति नहीं पाई जा सकती।
उन्होंने 'पत्रिका' के माध्यम से लोगों को संदेश दिया कि लॉकडाउन का पालन करें और सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें, तभी वे कोरोना को हरा सकते हैं। डा. विश्वास अपने व्यस्त समय में 24 घंटे में एक बार जरूर वीडियो कालिंग के माध्यम से परिवार से बात कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि घर मेरठ के पल्लवपुरम में ही हैं, लेकिन यह समय समाज के लिए कुछ करने और मेरठ को कोरोना मुक्त करने का है। आखिर ऐसे समय के लिए ही तो चिकित्सक होते हैं। यह समय घर आने जाने में समय नष्ट करने का नहीं बल्कि लोगों के बीच जाकर उनकी सेवा करने का है।
Published on:
19 Apr 2020 10:02 am
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