
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मेरठ. 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के लिए जाने वाले किसान और किसान नेताओं पर खुफिया एजेंसियों की पूरी निगाह है। वहीं, बड़े किसान नेता कई दिन पहले ही घर से भूमिगत होकर दिल्ली के लिए कूच कर चुके हैं। रोहटा, सरूरपुर, जानी, सरधना और मवाना, दौराला थाना क्षेत्रों के 70 गांव के किसानों पर पुलिस और खुफिया विभाग की गंभीरता से नजर है। शासन ने भी निर्देश दिए हैं कि किसानों से लगातार बातचीत की जाए। उन्हें समझाया जाए कि वे दिल्ली न जाएं।
बता दें कि जिले से सैकड़ों किसान सोमवार सुबह से ही अपने-अपने ट्रैक्टरों के साथ से दिल्ली जाने की तैयारी में जुटे रहे। जबकि किसान संगठनों के पदाधिकारी, गांवों के निवर्तमान प्रधान, पूर्व प्रधान भी निजी वाहनों से दिल्ली कूच कर चुके हैं। किसानों की तैयारियों और कूच होने की एक-एक जानकारी खुफिया विभाग अपने आलाधिकारियों को दे रहा है। पुलिस प्रशासन ने भी कई गांवों के लोगों को चिह्नित किया है। पुलिस अलग-अलग स्थानों पर किसानों को रोककर समझाने का प्रयास करती नजर आ रही है। गंग नहर मार्ग, एनएच-58, मेरठ पौड़ी मार्ग और अलग-अलग स्थानों पर अतिरिक्त फोर्स लगाने की भी योजना है।
26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली किसान जवान परेड में शामिल होने के लिए सोमवार को जनपद मेरठ से भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष मनोज त्यागी राजकुमार करनावल सतवीर जंगठी आदि किसान नेताओं की 100 से अधिक ट्रैक्टर रैली को समर्थन देने प्रसपा नेता शैंकी वर्मा, जीतुनागपाल, दीपक सिरोही, नितिन बालियान अपने समर्थकों के साथ भोले की झाल पहुंचे और अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि 26 को अपने साथियों के साथ दिल्ली पहुचेंगे और राकेश टिकैत जी की अगुवाई में किसान परेड में शामिल होंगे। प्रसपा नेता शैंकी वर्मा ने कहा यह भारत किसान और जवान दोनों का है। भाजपा सरकार द्वारा थोपा गया यह काला कानून जल्द से जल्द वापस लिया जाए।
Published on:
25 Jan 2021 11:51 am
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