पंडित भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि रविवारीय धनिष्ठा नक्षत्र से बने मातंग योग व कुल वृद्धि योग में शोभन योग के साथ श्रावण पूर्णिमा आ रही है। इस दिन सूर्योदय के समय सूर्य अपनी सिंह राशि पर शुभ बुधादित्य योग तथा सुबह 7:59 बजे के बाद चंद्रमा कुंभ राशि में जाने के बाद गुरु के साथ शुभ गजकेसरी योग तथा राहु उच्च प्रभावी वृष राशि पर कार्य क्षेत्रों में कुछ बाधाओं के साथ कार्य वृद्धि लाभ तथा सिंह राशि पर सूर्य मंगल अग्नि तत्व की ऊर्जा इस प्रकार दे रहा है कि यह रक्षाबंधन का फल भाई-बहनों के मध्य आपसी प्रेम बढ़ाने के योग तो पैदा करेगा। इसके साथ ही पंच देवताओं की कृपा भी दिलाएगा। ऐसे महत्वपूर्ण योग 340 वर्ष बाद आ रहे हैं।
ये हैं शुभ मुहूर्त और ऐसे करें घर के द्वारों की पूजा रक्षाबंधन ( Raksha Bandhan 2021 ) के दिन सुबह 6:15 से शाम 5:15 बजे तक भाई की कलाई पर सूत्र बांधने का पर्व का विशेष समय है। प्रातः प्रवेश द्वार सहित महत्वपूर्ण द्वारों पर स्वस्तिक चिन्ह श्री गणेश का ध्यान करते हुए सिंदूर या हल्दी से बना लेने से घर में केवल शुभ ऊर्जाओं का ही प्रवेश होता है।
राखी बांधने का मुहूर्त ( Raksha Bandhan 2021 Date )
लाभ अमृत मुहूर्त सुबह 9 बजकर 8 मिनट से 12 बजकर 23 मिनट तक है। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:57 से 12:49 बजे तक है।
शुभ मुहूर्त दोपहर 2:01 से 3:39 तक है। अति श्रेष्ठ मुहूर्त सर्वोत्तम शोभन योग युक्त मुहूर्त 10:32 से 12:23 तक रहेगा। इसके अलावा दिन में बहनें किसी भी समय अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं। इस बार पूरे दिन शुभ मुर्हूत है।