
सपा के यह पूर्व दिग्गज नेता बने जम्मू-कश्मीर के गवर्नर, रच दिया इतिहास
बागपत। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बागपत के लाल पर भरोसा जताकर इतिहरास रच दिया है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में एनएन वोहरा की जगह बागपत के सत्यपाल मलिक को राज्यपाल बनाया गया है। जेएंडके राज्य में इस पद पर 51 साल बाद किसी रानैतिक शख्स की नियुक्ति की गई है। अब तक राज्य के राज्यपाल की जिम्मेदारी सिविल सर्वेंट, राजनयिकों, पुलिस अफसरों और सेना के अफसरों को दी गई थी। हां, वर्ष 1965 में कांग्रेस के कर्ण सिंह को राज्य का पहला गवर्नर नियुक्त किया गया था।
लालजी टंडन को बिहार की जिम्मेदारी
राष्ट्रपति ने मंगलवार को सात राज्यों के राज्यपाल बदले हैं। इसमें लालजी टंडन को बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है। सबसे अहम बदलाव जम्मू-कश्मीर में है। वहां फिलहाल राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। वहां 10 साल से राज्यपाल रहे एनएन वोहरा को हटा दिया गया है। उनकी जगह अब बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक लेंगे। बागपत के हिसावदा गांव निवासी सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया है। इससे जनपद में खुशी की लहर है।
सत्यपाल मलिक बोले, कश्मीरी नेताओं से हैं निजी संबंध
जम्मू कश्मीर का राज्यपाल नियुक्त होने पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीरी नेताओं से उनके निजी संबंध हैं। प्रधानमंत्री की सोच पर अमल करना है और लोगों का भरोसा जीतना है। कश्मीर की जनता पर उन्हें पूरा भरोसा है। वहीं, सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाए जाने पर बागपत में खुशी का माहौल है। बागपत में उनके मित्र गजे सिंह धामा का कहना है कि बागपत ने देश के लिए सीमा पर कई लड़ाइयां लड़ी हैं। चाहे वह अंगेजों के खिलाफ रही हों या फिर पाकिस्तान के खिलाफ। आज बागपत के शेर को जम्मू-कश्मीर भेजा गया है। इससे वह अपने हुनर का करिश्मा वहां पर दिखाएंगे और लोगों का भरोसा जीतकर वहां शाति कायम करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
तीन राज्यों के राज्यपाल बदले
उन्हें खुशी है कि प्रधानमंत्री ने बागपत के लाल पर भरोसा जताते हुए एक अहम राज्य की जिम्मेदारी उनको सौंपी है। वहीं सत्यपाल मलिक के पीए कंवर सिंह राणा का कहना है कि चार राज्यों को नए राज्यपाल मिले हैं जबकि तीन राज्यों के राज्यपाल बदले गए हैं। इसमें बागपत निवासी सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी दी गयी है।
मेरठ से की है पढ़ाई
सत्यपाल मलिक ने मेरठ के एक कॉलेज से पढ़ाई की है। वह 30 सितंबर 2017 से 21 अगस्त तक बिहार के राज्यपाल रहे हैं। वह 1989 से 1991 तक जनता दल के टिकट पर अलीगढ़ सीट से सांसद रहे। इसके बाद 1996 में उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव हार गए। फिलहाल सत्यपाल मलिक भाजपा में हैं और वह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह भारतीय क्रांति दल, कांग्रेस, जनता दल, लोकदल और सपा में भी रह चुके हैं।
Published on:
22 Aug 2018 10:48 am
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