
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मेरठ के सोहरका और रजापुर में हुई हत्याओं का संज्ञान लिए जाने के बावजूद हत्यारोपी बाज नहीं आ रहे हैं। शु्क्रवार को भी हत्या के एक मामले में गवाही होनी है पर धमकियों के डर से गवाह का पूरा परिवार डरा हुआ है। उनके घर न तो कोई आ रहा है और न ही कोई उन्हें फोन कर हाल समाचार ले रहा है। रजापुर में मितन का परिवार किस तरह भयभीत है, इसका अंदाजा उसके परिवार को देखकर ही लगाया जा सकता है। शुक्रवार को फिर से मितन की गवाही होनी है। पहले मां और उसके बाद जीजा की हत्या के बाद मितन के रिश्तेदार भी डरे हुए हैं।
बम से उड़ाने की दी है धमकी
मंगलवार को सरेंडर करके जेल गए सुमित जाट के साथी आरोपी अतुल ने मितन को खुलेआम धमकी दी थी कि 16 फरवरी को गवाही से पहले पूरे परिवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ बम से उड़ा दिया जाएगा। इससे पूरा परिवार दहशत में हैं। मितन ने बताया कि आरोपी ने यह भी कहा था कि वह जेल में होंगे, लेकिन काम कोई और करेगा।
पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती बने हत्यारोपी
मितन ने बताया कि अतुल और उसके गुर्गों की तरफ से धमकी आई है कि उसको कोर्ट में नहीं जाने दिया जाएगा। आरोपियों ने कहना है कि उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है। मितन ने बताया कि उसके रिश्तेदार, जीजा, फूफा, ससुरालिए और अन्य लोग बेहद डरे हुए हैं। दामाद की हत्या के बाद सभी को चिंता सता रही है कि कहीं उनके साथ कोई अप्रिय घटना न हो जाए। मितन के दो जीजा तो दहशत के मारे गायब हो गए हैं। वे कहां हैं, मितन को नहीं पता है।
चंदा जुटाकर पुलिसकर्मी चला रहे घर का खर्च
मितन ने बताया कि उसके घर में खाने के लाले पड़े हुए हैं। वह घर से बाहर नहीं निकल सकते। उनकी मां सावित्री मजदूरी करके घर का खर्च चलाती थी। बच्चों को भूखा देख सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने 1000 रुपये चंदा जुटाया और खाने का सामान लाकर दिया।
शुक्रवार को है गवाही
वहीं, शुक्रवार को होने वाली गवाही को देखते हुए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। इसके तहत गुरुवार को सुबह भी कचहरी के चारों गेटों पर भारी सुरक्षा व्यवस्था रही। बिना चेकिंग के किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। इतना ही नहीं वकीलों की वाहनों की भी चेकिंग की गई। कचहरी में सुबह डॉग स्क्वायड ने भी तलाशी ली थी।
दो सीओ को दी गई गवाहों को लाने की जिम्मेदारी
सुरक्षा को देखते हुए शु्क्रवार को कचहरी के दो गेट बंद रहेंगे, जबकि एंट्री केवल दो गेट से ही होगी। इस दौरान वहां एसपी सिटी, तीन सीओ और पीएसी पुलिस बल के साथ तैनात रहेंगे। इसके अलावा सीओ सरधना और सीओ दौराला को गवाहों को घर से कचहरी तक लाने की जिम्मेदारी दी गई है। पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए भी एक दरोगा समेत 12 पुलिसकर्मियों को उनके घर पर तैनात किया गया है जबकि गांव में भी पुलिस बल तैनात है।
गांव में है हत्यारोपियों का आतंक
सरूरपुर थानाक्षेत्र के गांव हसनपुर रजापुर में सुमित जाट और सुजीत जाट का वर्ष 2016 में इस कदर आतंक था कि वह किसी की भी बहू-बेटी के साथ छेड़छाड़ कर देते थे। उनके सामने कोई बोलने को तैयार नहीं होता था। चेतन ने विरोध किया, जिसके ठीक 12 दिन बाद उसकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। चेतन की हत्या में जेल गए सुमित जाट को सजा न हो, इसके लिए गवाह सावित्री को मार दिया गया। पैरोकार सावित्री के दामाद बबलू को मार दिया गया। अब दो भाई मितन और रवि बचे हैं, जो पुलिस सुरक्षा में जिंदगी काट रहे हैं। डर के कारण बच्चों का स्कूल छूट गया और घर में रिश्तेदारों ने आना बंद कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
सोहरका और रजापुर में हुई दोनों हत्याओं का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने डीजीपी काे पूरे मामले की मानिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर हत्यारोपियों पर पुलिस और प्रशासन का तनिक भी भय नहीं है। वे पुलिस अभिरक्षा में भी खुलेआम धमकी दे रहे हैं।
एसएसपी ने कहा- पूरे परिवार को मिलेगी सुरक्षा
मितन की गवाही के दौरान सुरक्षा के बारे में एसएसपी मंजिल सैनी ने कहा कि उसके पूरे परिवार का सुरक्षा मिलेगी। हत्यारोपी किसी भी कीमत में नहीं बख्शे जाएंगे। एसएसपी ने कहा कि मितन और रवि को जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर पिस्टल का लाइसेंस दे दिया जाएगा।
Published on:
15 Feb 2018 01:27 pm
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