सिक्योरिटी ट्रे है बीमारी फैलाने का सबसे बड़ा जरिया-
इस स्टडी में ये भी कहा गया है कि हम भले ही प्लेन को अपनी बीमारी का कारण मानते हैं लेकिन सच तो ये है कि प्लेन से कही ज्यादा गंदगी ग्राउंड पर होती है। उदाहरण के लिए कोरोना के रेफरेंस में सिक्योरिटी ट्रे कोरोना फैलाने का सबसे बड़ा जरिया है क्योंकि इन्हें बिना सेनेटाइज किये बार-बार इस्तेमाल किया जाता है और इसमें जूते से लेकर मोबाइल, आईपैड और पासपोर्ट, बेल्ट दैसी चीजें रखी जाती है यानि प्लास्टिक सरफेस वाली ऐसी चीजें जिनमें कोरोनावायरस पनपने का खतरा ज्यादा होता है।
Emory University in Atlanta, Georgia के शोधकर्ताओं ने पाया कि 10 में से 8 लोग जो किसी बीमार के आस-पास या आमने-सामने बैठते हैं वो बीमार हो जाते हैं । ऐसे में बेहतर हो कि आप फ्लाइट मे विंडो सीट ले। इसके अलावा पब्लिक प्लेस पर खांसते या छीकते समय रूमाल, टिश्यू का इस्तेमाल करें। इस अध्ययन में प्लेन की साइड सीट्सस को सबसे संक्रमण के लिहाज से सबसे खतरनाक बताया गया है। इसके साथ ही हमे एयरपोर्ट पर पर्सनल हाइजीन के साथ वहां ग्राउंड पर इस्तेमाल होने के तरीकों को बदलने की बात कही गई है। भारत के संदर्भ में भी यही बात लागू होती है क्योंकि हमारे एयरपोर्ट पर भीड़ के साथ ही काम करने के तरीके पुराने जमाने के हैं जिन्हें फिलहाल बदलने की जरूरत है।