सूत्रों के मुताबिक भ्रष्टाचार के संदेह को लेकर देशभर में सीबीआई ने यह जांच अभियान चलाया है। इस जांच में सीबीआई के अधिकारी विभिन्न स्थानों पर फैली भ्रष्टाचार की कथित शिकायतों के बाद पहुंचे हैं।
सीबीआई का यह विशेष अभियान प्राथमिक रूप से ऐसे स्थानों पर चलाया गया है जहां पर आम नागरिक या छोटे व्यापारियों को सरकारी मशीनरी में भ्रष्टाचार का सर्वाधिक सामना करना पड़ता है। यह अभियान पीएम मोदी के ‘ईज ऑफ लिविंग’ पहल के अंतर्गत चलाया गया है।
फिलहाल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई जैसे मेट्रो शहरों के अलावा जयपुर, जोधपुर, गुवाहाटी, शिलॉन्ग, चंडीगढ़, शिमला, मदुरै, पुणे, गोवा, भोपाल, जबलपुर, बेंगलूरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, गांधीनगर, कानपुर, लखनऊ, पटना, रांची, गाजियाबाद, नोएडा, देहरादून समेत श्रीनगर व अन्य स्थानों पर जांच कर रही है।
सीबीआई की जांच में कोयला खदानों, रेलवे, चिकित्सा-स्वास्थ्य सेवाएं, फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, कस्टम डिपार्टमेंट, पॉवर, म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन, ईएसआईसी, ट्रांसपोर्ट, सीबीडब्लूडी, डायरेक्टर ऑफ इस्टेट्स, फायर, सब रजिस्ट्रार ऑफिस, इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट ऑफ एनसीटी, जीएसटी डिपार्टमेंट, पोर्ट ट्रस्ट, एनएचएआई, डीएवीपी, एएआई, पब्लिक सेक्टर्स ऑयल, पब्लिक सेक्टर्स बैंक्स, फाइनेंसियल इंस्टीट्यूशंस, एएसआई, एग्रीकल्चर, शिपिंग, बीएसएनएल, स्टील, माइन्स एंड मिनरल्स, कैंटोनमेंट बोर्ड्स जैसे विभागों को शामिल किया गया है।
इतना ही नहीं विभाग के अधिकारी पोर्ट ट्रस्ट, डीएसटी, डीएवीपी, एयरपोर्ट अथॉरिटी, नेशनल हाईवे जैसे विभागों पर भी नजर बनाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि सीबीआई के निशाने पर 25 से ज्यादा विभाग हैं।