2019 के चुनाव से पहले मंदिर निर्माण का काम होगा शुरू- वेदांती
आपको बता दें कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती फिलाहल यही है कि 2019 के चुनाव से पहले राम मंदिर निर्माण का रास्ता निकाला जाए, क्योंकि 2014 के चुनाव में बीजेपी राम मंदिर निर्माण का वादा कर ही सत्ता में आई थी। रविवार को ‘मिशन मोदी अगेन पीएम’ अभियान के सिलसिले से जयपुर पहुंचे पूर्व सांसद वेदांति ने एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा है, ”इस्लाम को हिंदुओं से खतरा नहीं है इसीलिए विश्व के मुसलमान भारत के साथ समझौता करके, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द चाहते हैं।”
इस मामले में कहां से आ गए रविशंकर- वेदांती
इस दौरान वेदांती ने राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर की भूमिका को भी सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि श्री श्री रविशंकर कौन होते है समझौता करवाने वाले.. संघर्ष हमने किया, श्रीश्री कहां से आ गये।’ उन्होंने कहा ‘एनजीओ चलाने वाले इस मामले में कुछ नहीं कर सकते।’ वेदांति के अनुसार, यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो वह दिन दूर नहीं है जब अयोध्या में मंदिर बनना शुरू होगा।
मंदिर से दूर मस्जिद को तैयार हैं मुसलमान- वेदांती
वेदांति ने कहा कि शिया समुदाय ने लिखकर दे दिया है कि वह मस्जिद लखनऊ में बनाना चाहते हैं। इसके लिये हम तैयार हैं। मस्जिद या तो अयोध्या से 15 किलोमीटर दूर शाहनवा में बन सकती है और या फिर लखनऊ के शिया बहुल क्षेत्र में बन सकती है।