18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

India-China Dispute: Kapil Sibal बोले- Nehru के समय China ने छोड़ दिया था Galwan Valley पर दावा

India-China Dispute को लेकर Congress leader Kapil Sibal ने Modi Governmentपर साधा निशाना China ने Former PM Nehru समय के दौरान स्वीकार कर लिया था कि Galwan Valley भारत की है  

2 min read
Google source verification
India-China Dispute: Kapil Sibal बोले- Nehru  के समय China ने छोड़ दिया था Galwan Valley पर दावा

India-China Dispute: Kapil Sibal बोले- Nehru के समय China ने छोड़ दिया था Galwan Valley पर दावा

नई दिल्ली। जहां एक ओर भारत और चीन के बीच लगातार तनाव ( India-China Dispute ) बना हुआ है, वहीं भाजपा ( BJP ) और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ( Congress ) के बीच भी टकराव कम नहीं हुआ है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ( Congress leader Kapil Sibal ) ने इतिहास की बातों का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ( Former PM Jawaharlal Nehru ) चीन द्वारा अपना खुद से एलएसी तय करने के प्रति कठोर थे और दावा किया कि चीन ने उनके समय के दौरान स्वीकार कर लिया था कि गलवान घाटी ( Galwan Valley ) भारत की है।

India में एक सप्ताह के भीतर लगे Earthquake के 25 झटके, रोजाना 3 से ज्यादा बार हिली धरती

कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा या एलएसी को चीनी प्रधानमंत्री झोउ एनलाई द्वारा 1956 में गढ़ा गया था और फिर 1959 में और 1962 के युद्ध के दौरान और उसके बाद दोहराया गया। चीन के भारत पर आक्रमण के बाद, झोउ एनलाई ने नेहरू को एक पत्र भेजकर उनसे 1959 के चीन के दावे वाली लाइन (रेखा) को स्वीकार करने के लिए कहा और कहा कि चीन इस रेखा से 20 किलोमीटर तक पीछे हटने को तैयार है।

India-China Dispute: लद्दाख से PM Modi का China को साफ संदेश, जानें प्रधानमंत्री के संबोधन से जुड़ी 5 बड़ी बातें

कांग्रेस ने आगे कहा कि जवाब में, नेहरू द्वारा 4 नंवबर को लिखे पत्र में कहा गया कि चीन का प्रस्ताव हुक्मनामे से कम नहीं है। कांग्रेस ने शनिवार को नेहरू की लिखी बातों का जिक्र किया, जिसमें लिखा है, "भारत से चीन की 1959 की रेखा को स्वीकार करने की मांग कुछ ऐसी है, जिसे भारत कभी स्वीकार नहीं करेगा, चाहे परिणाम कुछ भी हो और चाहे कितना ही लंबा और मुश्किल संघर्ष हो। केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा कि जिन चीनियों ने 1959 की रेखा में पूरी गलवान घाटी को भारत का हिस्सा दर्शाया था, उन लोगों ने पहली बार औपचारिक रूप से पूरी गलवान घाटी पर अपना दावा किया है।

Galwan Valley Clash: PM Modi ने बढ़ाया घायल जवानों को हौंसला, हॉस्पिटल जाकर पूछा हाल

Rahul Gandhi बोले- लद्दाखियों ने मानी हमारी जमीन पर China के कब्जे की बात, PM ने किया इनकार...फिर कौन झूठा

कांग्रेस ने यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह दौरे के एक दिन बाद किया है। मोदी ने लेह दौरे के दौरान चीन का नाम लिए बिना चेतावनी देते हुए कहा था कि विस्तारवाद का दौर अब खत्म हो गया है, यह दौर विकास का है और इतिहास गवाह है कि विस्तारवादी ताकतें या तो हार गई हैं या उन्हें पीछे हटना पड़ा है।