
देश में कोरोना प्रकोप के बीच डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा अन्य कई लोग भी अपने-अपने स्तर पर खास भूमिका निभा रहे हैं। इनमें सरकारी अफसर भी शामिल हैं। यह अफसर सरकारी ड्यूटी तो कर ही रहे हैं, साथ ही अलग से इनोवेटिव आइडिया पर भी काम कर रहे हैं। उनके इन विचारों से कोरोना संकट से जूझ रहे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जगती है।
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बनवाए फेस शील्ड
इसी कड़ी में पश्चिम सिंहभूम के उपविकास आयुक्त (डीडीसी) आदित्य रंजन भी आते हैं। जिन्होंने खास तरह के फेस शील्ड बनवाए हैं, जिससे लोग अपना हाथ बार-बार चेहरे पर नहीं लगा पाएंगे। कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के उपचार के समय भी यह फेस शील्ड संक्रमण से बचाव करेगा। फिलहाल यह फेस स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से बनवाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों के लिए किए हैं तैयार
डीडीसी आदित्य रंजन के मुताबिक- 'इसे खासकर वैसे स्वास्थ कर्मियों के लिए तैयार किया गया है, जो कोरोना संदिग्ध मरीज के सीधे संपर्क में रहते हैं। फेस शील्ड चेहरे को पूरी तरह ढंकने के लिए विशेष प्रकार के ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक का उपयोग कर तैयार किया गया है।"
कीमत रहेगी बाजार से कम
उन्होंने कहा कि- इसे कैप की तरह सिर में आसानी से फिट किया जा सकता है। वहीं पसीने को सोखने के लिए इसके आगे सिर की ओर फोम लगाया गया है, जिससे पहनने में यह आरामदायक लगे।" रंजन के अनुसार- बाजार से खरीदने पर इसकी कीमत 300 से 400 रुपए पड़ रही थी, जबकि जिला प्रशासन की ओर से तैयार कराने में मात्र 110 रुपए लागत आई है। उन्होंने कहा कि जिले के घर-घर जाकर संदिग्धों की खोज करने वाले स्वाथ्यकर्मियों संग वलेंटियर्स के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए यह फेस शील्ड तैयार किया गया है।
इसे लगाने पर मास्क की जरूरत नहीं
इस फेस शील्ड को लगाने के बाद मास्क की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि यह मुंह, आंख, नाक और ठोड़ी के साथ चेहरे के ज्यादातर हिस्से को ढंक लेता है। अगर कोई संक्रमित मरीज डॉक्टरों या अन्य स्वास्थ्य कर्मियों या सुरक्षा कर्मियों के पास छींके, खांसे तब भी इसमें रोगाणु प्रवेश नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसे साफ कर फिर से उपयोग में लाया जा सकता है।
रेलवे को भी की जाएगी आपूर्ति
इस फेसकैप का निर्माण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से किया जा रहा है। डीडीसी के अनुसार- अब तक 100 से ज्यादा फेस शील्ड बनाए जा चुके हैं, जबकि भारतीय रेल की ओर से 500 पीस का ऑर्डर मिल चुका है। उन्होंने कहा कि जल्द ही रेलवे को इसकी आपूर्ति कर दी जाएगी।
सांसद गीता कोड़ा ने किया था लॉन्च
कोविड-19 के खिलाफ जंग में लगे हुए फ्रंटलाइन वर्कर, डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस बल को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए सांसद गीता कोड़ा की ओर से 8 अप्रैल को फेस शील्ड को लॉन्च किया गया था। बता दें, डीडीसी ने इससे पहले कोरोना वायरस सैंपल कलेक्शन सेंटर भी तैयार किया है। झारखंड में अब तक 14 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
Updated on:
10 Apr 2020 08:49 pm
Published on:
10 Apr 2020 07:21 pm
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