
नौतपा के ताप से तप रही धरती, ज्योतिष विज्ञान से बढ़ते तापमान की ये है कनेक्शन
नई दिल्ली। उत्तर भारत समेत देश के कई इलाकों में गर्मी का कहर जारी है। सुबह से पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। धूप और तपिश का आलम यह है कि कूलर और पंखों ने भी काम करना बंद कर दिया है। वहीं, मौसम विभाग भी तापमान और गर्मी को लेकर रोजना नई-नई भविष्यवाणियां कर रहा है। एक जहां बढ़ते तापमान को लेकर वैज्ञानिक अपने कारण बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग मौसम में इस बदलावा को लेकर कई तरह की व्याख्याएं कर रहे हैं। पंचांग के आधार ज्योतिष विद्या से जुड़े ये लोग इस नौतपा बता रहे हैं। उनका कहना है कि नौतपा के दौरान गर्मी अपनी चरम सीमा पर होती है।
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गरमी से बिगड़े हालात
घर हो या बाहर लोगों का पसीना थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिलहाल लोगों को इस समस्या से छुटकारा मिलता दिखाई नहीं पड़ रहा है। हालांकि हर रोज बढ़ती जा रही गर्मी के कारण लोग बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन मौसम विभाग ने यह साफ कर दिया है कि अगले 5 दिनों तक उत्तर पश्चिमी भारत में बारिश के कोई आसार नहीं हैं। इसके साथ ही देश भर के अलग-अलग इलाकों में आंधी और गर्म हवाओं का दौर जारी रहेगा।
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क्या हैं नौतपा
दरअसल, 9 दिनों तक लगातार बढ़ते तापमान को नौतपा कहा जाता है। गर्मी के मौसम नौतमा के दिनों में पृथ्वी सूर्य के सबसे अधिक नजदीक पहुंच जाती है। इसकी वजह से तापमान अपने शिखर पर होता है। इसके साथ ही नौतपा का मानसून से भी संबंध बताया जाता है। जानकारी के अनुसार अगर नौतपा में अधिक गर्मी होती है तो उस वर्ष मानसून भी अच्छा होता है।
नौतपा 25 मई से 3 जून के बीच
इस साल यानी 2019 में नौतपा 25 मई से 3 जून के बीच पड़ा है। यही नहीं नौतपा का अपना एक गणित और पंचांग भी है। पंचांग के अनुसार जैसे ही सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है, वैसे ही नौतपा की शुरुआत हो जाती है। ज्योतिष विज्ञान में नौतपा के जिक्र के अनुसार इस दौरान सूर्य मंगल, बुध तीनों शनि से समसप्तक योग में होते हैं। यही वजह है कि पृथ्वी के तापमान में बढ़ोतरी होती है।
Updated on:
04 Jun 2019 03:54 pm
Published on:
04 Jun 2019 03:09 pm
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