पुतिन ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि अमरीका के हर कदम का जवाब मॉस्को में दिया जाएगा। बता दें कि अमरीका ने हाल में एक नई मिसाइल का परीक्षण किया है।
आर्टिकल 370: UNSC में चीन-पाकिस्तान को करारा झटका, भारत को मिला रूस का साथ
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फिनलैंड के राष्ट्रपति साउली निनिस्टो के साथ बुधवार को एक साक्षा प्रेस वार्ता के दौरान पुतिन ने अमरीका पर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि 1987 के इंटरमीडियट-रेंज न्यूक्लियर फोर्स ( INF ) संधि को औपचारिक रूप से त्यागने के तीन सप्ताह से भी कम समय के भीतर अमरीका ने नए हथियार का परीक्षण कर रूसी सरकार को निराश किया है।
रूस की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: पुतिन
पुतिन ने आगे कहा कि संधि को छोड़ने के तुरंत बाद ही अमरीका ने सी-लॉन्च मिसाइल का परीक्षण किया। इसका सीधा मतलब है कि अमरीका इस कदम को लेकर पहले से ही तैयारी कर रहा था।
पुतिन ने कहा कि रूस के लिए अमरीकी परीक्षण नए खतरों के उभरने का संकेत देता है, जिस पर हम अपने हिसाब से जवाब देंगे।
पुतिन ने अपने देश के हित पर जोर दिया और कहा कि अब रूस की सुरक्षा सुनिश्चित करना ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
रूसी पायलट ने दिखाई सूझबूझ, 233 यात्रियों की जान बचाने के लिए विमान को खेत में उतारा
उन्होंने कहा कि आईएनएफ संधि के तहत, अमरीका और तत्कालीन सोवियत संघ ने 500-5,471 किलोमीटर की सीमा के साथ भूमि आधारित मिसाइलों के निर्माण और तैनाती से इनकार करने के लिए सहमति व्यक्त की थी। इस कदम से शॉर्ट नोटिस पर दोनों देशों के लिए परमाणु हमले शुरू करना बहुत मुश्किल हो गया था।
बता दें कि 2016 में अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में कथित तौर पर रूस की भूमिका को लेकर दोनों देशों में काफी टकराव चल रहा है। अमरीका में विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी ने आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार के दौरान रूस ने उनकी मदद की थी।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.