
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मुरादाबाद. कोरोना (Coronavirus) का खौफ लोगों के जेहन में इस कदर बैठ गया है कि अपने भी अपनों की मदद करने को तैयार नहीं हैं। इसी बीच मुस्लिम भाइयों ने हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल (Hindu Muslim communal Harmony) पेश करते हुए दुनिया को एक अच्छा संदेश देने का काम किया है। घटना के मुताबिक, मुरादाबाद जिले में एक हिंदू महिला की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। अकेले पति ने उसके अंतिम संस्कार के लिए रिश्तेदारों और पड़ोसियों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। इसके बाद मुस्लिम भाइयों ने न केवल हिंदू महिला की अर्थी को कंधा दिया, बल्कि राम नाम सत्य है बोलकर श्मशान घाट में हिंदू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार भी कराया।
दरअसल, मुरादाबाद के थाना कटघर क्षेत्र स्थित इंदिरा कॉलोनी निवासी विश्वनाथ अपनी पत्नी मंजू के साथ रहते थे। पत्नी मंजू के कोरोना संक्रमित होने के बाद विश्वनाथ उन्हें घर में क्वारंटीन कर इलाज करा रहे थे, लेकिन इसी बीच उपचार के दौरान मंजू की मौत हो गई। विश्वनाथ ने अपनी रिश्तेदारी में मंजू की मौत की सूचना दी और मोहल्लेे में रहने वाले लोगों से भी पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगी, लेकिन कोरोना के खौफ के चलते किसी ने भी हाथ नहीं बढ़ाया। विश्वनाथ पत्नी के शव केे पास बैठे ये सोच रहे थे कि आखिर पत्नी का अंतिम संस्कार कैसे करें? इसी बीच मोहल्ले के रहने वाले मुस्लिम संप्रदाय के लोग उनके घर पहुंचे और उन्हें सांत्वना दी।
इसके बाद हिंंदू रीति-रिवाजों के साथ मुस्लिम भाइयों ने मंजू के शव की अंतिम यात्रा के लिए अर्थी तैयार की। अर्थी पर मंजू के शव को रखा और अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान सभी मुस्लिम राम नाम सत्य है भी बोल रहे थे। राम गंगा किनारे स्थित श्मशान में मुस्लिमों ने हिंदू महिला का अंतिम संस्कार कराया। बता दें कि जब मुस्लिम हिंदू महिला की अंतिम यात्रा में अर्थी को कंधा देते हुए राम नाम सत्य है बोल रहे तो किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हिंदू-मुस्लिम एकता का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
Published on:
03 May 2021 11:07 am
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