
मुजफ्फरनगर. शिक्षा के मंदिर में एक दलित छात्रा ने कॉलेज की एक अध्यापिका पर जातिसूचक शब्द से संबोधित करके उसे क्लास में सबसे पीछे बैठाने का आरोप लगाया है। शिक्षिका की ये करतूत पीड़ित छात्रा ने जब अपने परिजनों को बताई तो वे आग—बबूला हो गए और शिक्षिका की शिकायत करने थाने पहुंच गए। जहां पीड़ित छात्रा के पिता ने शिक्षिका के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं आरोपी शिक्षिका और विद्यालय की प्रधानाचार्य छात्रा के इस आरोप को बेबुनियाद करार दे रही हैं। मगर शिक्षिका की इस हरकत से पीड़ित दलित छात्रा इतनी आहत है कि वह विद्यालय भी नहीं जा रही है।
दरअसल मामला थाना नगर कोतवाली क्षेत्र का है। जहां शिव चौक स्थित एसडी कन्या इंटर कॉलेज में कक्षा सात की एक छात्रा ने विद्यालय की एक शिक्षिका पर आरोप लगाया है कि शिक्षिका ने उसे क्लास में जातिसूचक शब्द कहकर उसे क्लास में सबसे पीछे बिठा दिया। जबकि छात्रा क्लास में आगे बैठकर पढ़ाई करना चाहती थी। शिक्षिका की इस हरकत से छात्रा इतनी आहत हुई कि उसने पूरा घटनाक्रम अपने परिजनों को बता दिया। इसके बाद पीड़ित छात्रा के पिता थाना नगर कोतवाली पहुंचे और शिक्षिका की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की।
इधर आरोपी शिक्षिका ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने छात्रा से ऐसा कुछ नहीं कहा है। वहीं कॉलेज की प्रधानाचार्य ने भी शिक्षिका पर लगे आरोपों को झूठा करार दिया है। उनका कहना है कि जातिसूचक शब्द कहने का तो मतलब ही नहीं उठता। क्योंकि यहां विद्यालय में सभी समाज के लोग पढ़ते हैं। केवल इतना है कि बच्चे आपस में बात कर रहे थे, जिससे पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही थी। अध्यापिका ने केवल आपस में बातचीत कर रहे बच्चों को अलग करके बिठाया है।
Published on:
25 Apr 2018 12:13 pm
बड़ी खबरें
View Allमुजफ्फरनगर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
