
2019 लोकसभा चुनाव से पहले इस बड़े दल ने किया बसपा सुप्रीमो मायावती के समर्थन का ऐलान
मुजफ्फरनगर. भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर शनिवार का मुजफ्फरनगर पहुंचे। यहां उन्होंने ने 2 अप्रैल को एससी-एसटी आरक्षण के मुद्दे पर हुए आंदोलन में मारे गए युवक के परिजनों के मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अनुसूचित समाज के लोगों को संबोधित करते हुए बड़ा एेलान कर डाला। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती को प्रधानमंत्री बनाने का एेलान किया है।
दरअसल, भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर शनिवार को एक बार फिर मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। सबसे पहले वे थाना भोपा क्षेत्र के गांव गादला पहुंचे जहां 2 अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में किए गए भारत बंद के दौरान हिंसा में मारे गए गादला निवासी अमरेश को श्रद्धांजलि अर्पित कर परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने समाज के लोगों को 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने तथा बसपा सुप्रीमो मायावती को प्रधानमंत्री बनाने का आह्वान किया। इसके बाद में चंद्रशेखर थाना नई मंडी क्षेत्र के गांव अलमासपुर पहुंचे। वहां भी उन्होंने भीम आर्मी कार्यकर्ताओ से मुलाकात की।
इस दौरान वह केंद्र तथा प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। चंद्रशेखर ने कहा कि आज बहुजन समाज की ताकत का लोहा प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक मानती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि 2019 में भाजपा को सत्ता से बेदखल कर बहन मायावती को प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि गरीब तबके के सभी लोग एकजुट होकर भीम आर्मी को सहयोग करें। उन्होंने कहा कि आरक्षण आंदोलन को लेकर जो कार्यकर्ता जेल में बंद हैं। उन सभी कार्यकर्ताओं को बाहर निकालेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दलित व मुस्लिम विरोधी सरकार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झूठा व धोखेबाज बताते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने का आह्वान किया। चन्द्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी का आंदोलन पूरे देश में व्यापक स्तर पर होगा। कहीं भी दलितों के साथ अन्याय होगा तो भीम आर्मी के कार्यकर्ता वहा पहुंचकर न्याय दिलाने का कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि गादला के अमरेश ने आंदोलन में अपनी जान गंवा कर शहीद का दर्जा पाया है और एससी-एसटी के लिए एक मिसाल कायम की है। चंद्रशेखर ने कहा कि वह बाहर आ गए हैं। अब किसी पर भी कोई फर्जी मुकदमा नहीं होंगा। अगर समाज पर कोई आंच आई तो हम सड़क पर उतरकर अपने अधिकारों की मांग करेंगे। भीम आर्मी किसी भी जाति या समाज की विरोधी नहीं है। अगर हमारे भाई-बहनों को कोई गलत या जातिसूचक शब्द कहता है तो उसे चैन से बैठने नहीं दिया जाएगा। इसके बाद चंद्रशेखर गांव अलमासपुर में भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के चलते रासुका के तहत जेल में बंद भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष उपकार बावरा के निवास पर पहुंचे। इस दौरान चन्द्रशेखर ने उपकार बावरा तथा अन्य लोगों की तत्काल रिहाई की मांग की।
Published on:
18 Nov 2018 09:33 am
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