बीआईटी कॉलेज में बना है शेल्टर होम मामला मुजफ्फरनगर के थाना मीरापुर क्षेत्र का है। वहां शासन के आदेश पर बाहरी जनपदों से आने वाले लोगों को 14 दिन के लिए एकांतवास में रखा गया है। बीआईटी कॉलेज मीरापुर में इसके लिए शेल्टर होम बनाया गया है। प्रशासन ने यहां लगभग 400 लोगों को क्वारेंटाइन में रहने की व्यवस्था की है। यहां डीएम सेल्वा कुमारी जे और एसएससी अभिषेक यादव ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। एक रात बीतने के बाद ही यहां ठहरे एक व्यक्ति ने शेल्टर होम को वीडियो वायरल कर दिया। इसमें भीड़ के बीच एक युवक प्रशासन की पोल खोल रहा है।
यह कहा युवक ने वीडियो में युवक ने प्रशासन, विधायक और सांसद संजीव बालियान को संबोधित करता हुआ कह रहा है कि यहां लोग काफी परेशान है। न तो यहां खाना है और न पीने का पानी है। यहां नहाने की सुविधा भी नहीं है। यहां ठहरे लोगों को ना तो समय से खाना दिया जा रहा है और ना ही ठहरने की व्यवस्था ठीक से की गई है। यहां तक कि बच्चे भी कल से भूखे हैं। सोसल डिस्टेंसिंग का तो बस नाम है। इतनी कम जगह में लोग पास—पास सो रहे हैं।
महंगा बिस्कुट मिलने का लगाया आरोप युवक ने कहा कि यहां रात को खाना मिला, वह भी केवल 100 लोगों को। कई लोगों को भूखा सोना पड़ा। कल डीएम साहिबा आई थी तो नीचे सफेद चादर डाल दी गई बस। फिर वह चली गईं। यहां बाहर चाय भी 10 रुपये की मिल रही है। 5 रुपये वाला बिस्कुट भी 10 रुपये में मिला रहा है। वहां बागपत जिले से कई लोग आए हैं। इनमें बच्चों को भी खाना नहीं मिला है। वे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की अपील मान रहे हैं लेकिन उनकी सुविधाओं का ध्यान भी रखा जाए। वे जेल में नहीं हैं। जब उन्होंने वहां तैनात अधिकारी से बात की तो उनको हड़का दिया गया। यहां मेडिकल की भी कोई सुविधा नहीं है।
प्रशासन ने भी बनाया वीडियो इस वीडियो के वायरल होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया। यहां पर जिला प्रशासन ने इन लोगों के लिए खाने—पीने और मेडिकल की सभी व्यवस्था करने का दावा किया है, लेकिन इस वीडियो ने अब सवालिया निशान उठा दिए हैं। एडीएम प्रशासन अमित सिंह का कहना है कि बाहर से आए 400 लागों के वहां रुकने की व्यवस्था की गई है। वहां 190 लोगों को रखा गया है। वहां पर दवा, चाय, खाने—पीने और साबुन की पूरी व्यवस्था की गई है। वायरल वीडियो पर उन्होंने कहा कि वहां रात में खुद वह खाना बंटवाने गए थे। उनके पास भी इसके वीडियो हैं। वहां चाय की व्यवस्था भी की गई है। सुबह भी खाना बंटवाया गया है। व्यवस्था पूरी सही है।