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मुजफ्फरनगर. भारत की आजादी से पूर्व ब्रिटिश शासनकाल में 9 मई 1945 को एक-दूसरे के हुए मुजफ्फरनगर के एक दंपति ने शादी के 75 साल पूरे होने पर लॉकडाउन में अपनी 75वीं वर्षगांठ मनाई है।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं मुजफ्फरनगर जिले के गांव बधाई खुर्द के रहने वाले तीरथ सिंह की। ब्रिटिश शासनकाल में 75 वर्ष पहले 9 मई 1945 को तीरथ सिंह की बारात सहारनपुर के कुरलकी गांव में गई थी। उस दौरान गांव में बरात तीन दिन तक रुकी थी। तीन दिन तक गांव में उत्सव जैसा माहौल था और पूरे गांव ने इस बारात का स्वागत किया था। शनिवार को शांति देवी और तीरथ सिंह ने अपनी पांच पीढ़ियों के साथ 75वीं वर्षगांठ मनाई है। तीरथसिंह की उम्र लगभग 95 वर्ष तो शांति देवी की उम्र लगभग 90 वर्ष है।
लॉक डाउन की वजह से इस मौके पर कोई नाच-गाना तो नहीं हुआ, लेकिन तीरथ सिंह पर हिंदी फिल्म का गीत 'ऐ मेरी जोहरा जबीं, तुझे मालूम नहीं तू अभी तक है हंसीन और मैं जवां, पूरी तरह से सटीक बैठता है। ऐसा हम ही नहीं कह रहे, बल्कि खुद तीरथ सिंह के बेटे धर्मेंद्र भी इसकी वकालत करते हैं। धर्मेंद्र कहते हैं कि उनके माता-पिता पूरी तरह से स्वस्थ हैं और मदर्स-डे पर उनके लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है कि वह अपनी माताजी की 75वीं सालगिरह मना रहे है। अब बेटे धर्मेंद्र का कहना है कि वह अपने माता-पिता की 100वीं सालगिरह देखना चाहते हैं। धर्मेंद्र बताते हैं कि वह अपने माता-पिता की 75वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाना चाहते थे। इसके लिए पिछले काफी दिनों से तैयारी भी चल रही थी, लेकिन लॉकडाउन का उन्होंने पूरा पालन किया है।
उन्होंने बताया कि आज भी उनके परिवार में बाबूजी का आदेश चलता है। बाबूजी ने पूरे परिवार को लॉकडाउन का पालन करने के लिए तो कहा ही है। साथ ही वह सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी काफी सख्त हैं। ऐसे में परिवार के सदस्यों ने माता-पिता के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया और बेहद सादगी से 75वीं सालगिरह मनाई। इस दंपती की खुशी उस समय दोगुनी हो गई जब थाना नगर कोतवाली प्रभारी अनिल कपूरवान अपनी पूरी टीम के साथ तीरथ सिंह के घर पहुंचे और बुजुर्ग दंपती को बुके भेंट कर उनकी लंबी उम्र की कामना की और उनसे आशीर्वाद भी लिया।
Published on:
10 May 2020 11:21 am
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