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अबूझमाड़ के शब्बीर वड्डे और कोंडागांव की रुचि नाग ने रचा इतिहास! MBBS में हुआ चयन, युवाओं के लिए बने प्रेरणा

Selection in MBBS: नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के शब्बीर वड्डे और कोंडागांव की रुचि नाग ने संघर्ष और मेहनत से एमबीबीएस में चयन पाकर क्षेत्र का मान बढ़ाया।

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अबूझमाड़ के शब्बीर वड्डे का एमबीबीएस के लिए चयन (Photo source- Patrika)

अबूझमाड़ के शब्बीर वड्डे का एमबीबीएस के लिए चयन (Photo source- Patrika)

Selection in MBBS: नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के हिकोनार गांव से एक प्रेरणादायक खबर सामने आई है। साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले शब्बीर वड्डे ने अपनी मेहनत और लगन के दम पर एमबीबीएस में चयनित होकर पूरे जिले का मान बढ़ाया है। शब्बीर के पिता खेती-किसानी से परिवार का पालन-पोषण करते हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी और विपरीत परिस्थितियों को अपनी ताकत बनाया। उनकी लगन को देखते हुए पोटाकेबिन स्कूल देवगांव की अधीक्षिका रंजीता नाग ने पढ़ाई में हरसंभव सहयोग किया।

शब्बीर की उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। जिला शिक्षा अधिकारी अशोक पटेल ने उन्हें मिठाई खिलाकर समानित किया और आगे की पढ़ाई में हर तरह की मदद का भरोसा दिया।अबूझमाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्र से एमबीबीएस में चयन सिर्फ शब्बीर की नहीं, बल्कि शिक्षा के माध्यम से बदलाव की ओर बढ़ते समाज की बड़ी सफलता है। शब्बीर का सपना है कि वह डॉक्टर बनकर अपने ही जिले में सेवा दें और बच्चों के लिए रोल मॉडल बनें।

Selection in MBBS: अबूझमाड़ में बदलाव की बयार

शब्बीर ने पोटाकेबिन स्कूल में तीसरी कक्षा से पढ़ाई शुरू की थी और लगातार अपनी प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया। आज वह उन युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं जो संसाधनों की कमी से अपने सपनों को अधूरा छोड़ देते हैं।

कोंडागांव जिले के बड़े राजपुर ब्लॉक के पलना गांव की बेटी रुचि नाग ने मेहनत और लगन से बड़ी सफलता हासिल की है। साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली रुचि का चयन मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में एमबीबीएस के लिए हुआ है। इस उपलब्धि पर गांव व क्षेत्र में खुशी की लहर है।

स्वर्गीय शोभा राम नाग की बेटी रुचि ने नीट परीक्षा में 490 अंक और ऑल इंडिया में 63,508 रैंक प्राप्त की। शुरुआती असफलताओं के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और कोटा के एलेन संस्थान से लगातार मेहनत कर सफलता पाई।

Selection in MBBS: रुचि ने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता, परिवार और गुरुजनों को दिया। उन्होंने युवाओं से संदेश दिया कि असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि निरंतर प्रयास से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संत राम नेताम ने भी रुचि को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। यह उपलब्धि न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बनी हुई है।