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दिल्ली में बंद हो रही हैं शराब की दुकानें! जानिए क्या है वजह

locationनई दिल्लीPublished: Jun 04, 2022 11:27:29 am

शराब के शौकीनों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। दरअसल एक तरफ जहां दिल्ली सस्ती शराब के लिए पहचानी जाने लगी थी वहीं अब शराब की दुकानें बंद हो रही हैं। अब तक राजधानी में करीब 200 शराब की दुकानों पर ताला लग चुका है। इसके पीछे कुछ अहम वजहें बताई जा रही हैं।

Losses force to shutdown liquor shops in Delhi

Losses force to shutdown liquor shops in Delhi

शराब पीने वालों के लिए राजधानी दिल्ली से एक बुरी खबर सामने आई है। दरअसल एक तरफ जहां दिल्ली में सस्ती शराब बेचने की होड़ मची थी और राजधानी को सस्ती शराब के लिए पहचाना जाने लगा था, वहीं अब दिल्ली में शराब की दुकानों पर ताला लग रहा है। अब तक 200 शराब की दुकानें बंद हो चुकी हैं। इसके बीच दिल्ली में कारोबार ठीक से न चलने और नई आबकारी नीति व्यवस्था को मुख्य वजह बताया जा रहा है। दरअसल खराब बिजनेस के अलावा भी कुछ कारण हैं जिनके चलते शराब की दुकानें लगातार बंद हो रही हैं। बता दें कि केजरीवाल सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को दो महीने के लिए बढ़ा दिया था। इसके चलते पुरानी आबकारी नीति 31 जुलाई तक लागू है।
खराब बिजनेस चलने से होने वाले वित्तीय नुकसान ने शराब दुकानदारों की कमर तोड़ दी है। यही वजह है कि कई शराब विक्रेताओं ने अपनी दुकानें या तो बंद कर दी हैं या फिर बंद करने की तैयारी में हैं।

दिल्ली सरकार ने जारी किए थे 849 शराब दुकानों को लाइसेंस
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बीते वर्ष आबकारी नीति 2021-22 के तहत कुल 849 शराब दुकानों को लाइसेंस जारी किए थे। लेकिन आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो इस साल मई के अंत तक इनमें से सिर्फ 639 दुकानें ही खुली पाई गईं।

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आबकारी विभाग की ओर से वेबसाइट पर भी जानकारी साझा की गई है। इसके मुताबिक, खुदरा शराब दुकानों की नई लिस्ट के तहत, जून में दिल्ली में शराब की दुकानों की संख्या घटकर महज 464 रह गई है। यानी जून के शुरुआती दिनों में ही दिल्ली में 385 दुकानें बंद हो चुकी हैं। माना जा रहा है ये आकंड़ा और बढ़ सकता है। ऐसे में शराब के शौकीनों को शराब लेने में परेशानी हो सकती है।
विस्तार के विकल्प को भी दुकानदारों ने ठुकरा दिया
दरअसल दिल्ली में नए एलजी के आने से आबकारी नीति में होने वाले बदलाव में देरी को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को दो महीने के लिए बढ़ा दिया था। ऐसे में पुरानी नीति के तहत जुलाई तक दुकानें संचालित की जा सकती थीं।
लेकिन शराब व्यापारियों का दावा है कि कई लाइसेंस धारकों ने विस्तार का विकल्प नहीं चुना और दुकानें बंद कर दीं। दरअसल दुकानदार पहले से ही ज्यादा लाइसेंस फीस का भुगतान कर रहे थे।
ज्यादा छूट भी बनी बड़ी वजह
शराब व्यापारियों की मानें तो दिल्ली में सस्ती शराब बेचे जाने की होड़ के चलते भारी छूट दी जा रही थी। दुकान बंद करने के पीछे इस छूट से होने वाला नुकसान भी बड़ी वजह है।
ये भी हैं दुकानें बंद होने के कारण
इसके अलावा भी कई कारण है जिनकी वजह से दुकानें बंद हो रही है। जैसे कि नॉन कंफिर्मिंग वार्डों में शराब की दुकानों को खोलना, शराब पर भारी छूट से बाजार में प्रतियोगिता बढ़ना, नए ब्रांडों के आना। इन सब कारणों की वजह से दुकान बंद करने जैसे कदम उठाने पड़े।

मौजूदा आबकारी नीति के तहत, प्रत्येक लाइसेंसधारी को प्रत्येक नगरपालिका वार्ड में तीन स्टोर खोलने थे। अधिकारियों ने कहा कि हालांकि, 272 नगरपालिका वार्डों में से 100 गैर-अनुरूप थे जहां दिल्ली मास्टर प्लान नियमों के उल्लंघन के खिलाफ नगर निकायों की कार्रवाई के कारण दुकानें नहीं खुल सकीं।
विभाग के एक अधिकारी के मुताबकि, आबकारी नीति 2021 को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया था, लेकिन 32 में से नौ क्षेत्रों में लाइसेंसधारियों ने अलग-अलग कारणों से अपने लाइसेंस को रीन्यू नहीं करवाया।

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