
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
Russia President Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दो दिवसीय भारत दौरा संपन्न हो गया है। 23वें भारत-रूस समिट में दोनों देशों के बीच कुल 19 समझौते हुए। पुतिन के सम्मान में शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य डिनर का आयोजन किया गया। रात्रिभोज के बाद पुतिन सीधे रूस के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मित्र व्लादिमीर पुतिन को भारत की कला, संस्कृति, परंपरा और कौशल को दर्शाने वाले कई अनोखे उपहार भेंट किए। रूसी भाषा में भगवद्गीता की प्रति दिए जाने की जानकारी सभी को है। आइए जानते हैं बाकी 5 खास उपहार कौन-से थे जो पुतिन अपने साथ ले गए।
ब्रह्मपुत्र के मैदानों में उगाई जाने वाली असम ब्लैक टी अपने मज़बूत माल्टी स्वाद, चटपटे तरल और पारंपरिक प्रसंस्करण के लिए मशहूर है। सूत्रों के अनुसार, यह चाय 2007 में जीआई टैग भी हासिल कर चुकी है। इसके कई संभावित स्वास्थ्य लाभों को भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
उपहारों की सूची में महाराष्ट्र का एक हस्तनिर्मित चांदी का घोड़ा भी शामिल है। सूची के साथ दिए गए नोट में कहा गया है कि यह उपहार भारतीय और रूसी दोनों संस्कृतियों में मनाई जाने वाली गरिमा और वीरता का प्रतीक है। यह साझा विरासत और आपसी सम्मान को भी दर्शाता है। नोट के अनुसार, इसका संतुलित और प्रगतिशील रूप स्थायी और निरंतर आगे बढ़ती भारत-रूस साझेदारी का प्रतीक है।
स्थानीय रूप से कोंग या ज़ाफ़रान के नाम से जाना जाने वाला कश्मीरी केसर भारत के ऊँचे पहाड़ी इलाकों में उगाया जाता है। यह अपने समृद्ध रंग, सुगंध और स्वाद के लिए बेशकीमती है। इसे भी जीआई टैग प्राप्त है। इसके कई स्वास्थ्य लाभों के कारण इसे “लाल सोना” भी कहा जाता है।
सिर्फ चाय की पत्तियाँ ही नहीं, पुतिन को पीने के लिए मुर्शिदाबाद का अलंकृत चांदी का चाय सेट भी भेंट किया गया। इस सेट पर बेहद बारीक नक्काशी की गई है, जो पश्चिम बंगाल की समृद्ध कलात्मक विरासत को दर्शाती है। भारत और रूस—दोनों ही देशों में चाय का गहरा सांस्कृतिक महत्व है। यह उपहार प्रधानमंत्री मोदी के चाय बेचने से लेकर देश के प्रधानमंत्री बनने तक की यात्रा की भी एक सूक्ष्म याद दिलाता है।
महाभारत का यह अंश—श्रीमद्भगवद्गीता—कर्तव्य, आत्मा और आध्यात्मिक मुक्ति के सिद्धांतों की मार्गदर्शिका मानी जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी रूसी भाषा में अनूदित प्रति राष्ट्रपति पुतिन को व्यक्तिगत रूप से सौंपी। नोट में लिखा गया है, “गीता का शाश्वत ज्ञान नैतिक जीवन, मन पर नियंत्रण और आंतरिक शांति की प्रेरणा देता है। अनुवादों के माध्यम से यह आज दुनिया भर के पाठकों के लिए सुलभ है।”
उत्तर प्रदेश के आगरा से भेजा गया हस्तनिर्मित संगमरमर का शतरंज सेट शिल्प कौशल और सौंदर्य का अद्भुत संगम है। इसमें क्षेत्र की पत्थर-जड़ाई (इनले) कला झलकती है। नोट में कहा गया है कि यह सेट “जड़े हुए रूपांकनों, विषम पत्थरों के शतरंज मोहरों और फूलों के डिज़ाइनों से सजे चेकर्ड संगमरमर बोर्ड” से बना है। यह संगमरमर, लकड़ी और अर्ध-कीमती पत्थरों के संयोजन का उत्कृष्ट उदाहरण है।
Published on:
05 Dec 2025 10:48 pm
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