
स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली को दहलाने घुस चुके हैं आतंकी, अलर्ट जारी
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस में अब बस कुछ दिन बचे हैं और देश में जगह-जगह जश्न के लिए तैयारियां जोरों पर हैं लेकिन इन सबके बीच सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। उनकी चिंता का मुख्य कारण खुफिया विभाग की ओर से जारी किया गया अलर्ट है। खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दिन राजधानी में फिदायीन हमला हो सकता है। खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि राजधानी को दहलाने के लिए कुछ आतंकी दिल्ली में घुस चुके हैं। बता दें कि इस सूचना के बाद से देशभर में सुरक्षा को लेकर सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी दिल्ली में है मौजूद
आपको बता दें कि देश इस 15 अगस्त को आजादी की 72वीं वर्षगांठ मनाएगा। लेकिन ठीक इससे पहले आतंकियों की बुरी नजर भारत पर पड़ गई है। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी मोहम्मद इब्राहिम उर्फ इस्माइल दिल्ली में घुस चुका है और फिदायीन हमले की साजिश रच रहा है। बता दें कि इब्राहिम, जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर का पुराना बॉर्डी गार्ड है। खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि इब्राहिम मई में ही जम्मू के रास्ते भारत में दाखिल हुआ था। जो अब दिल्ली तक पहुंच चुका है। इब्राहिम दिल्ली में ही रहकर जैश के अन्य आतंकियों से मिलकर राजधानी को दहलाने के लिए बड़ी साजिश रच रहा है।
इब्राहिम के अलावा एक अन्य आतंकी भी दिल्ली में है मौजूद
आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली को दहलाने की साजिश रच रहे जैश मोहम्मद का एक और आतंकी मोहम्मद उमर भी दिल्ली में ही मौजूद है। एजेंसियों के अनुसार उमर और इब्राहिम दोनों मिलकर फिदायीन हमले की यह साजिश रच रहे हैं। इन दोनों ने जम्मू-कश्मीर से दिल्ली के लिए कई आतंकियों को रवाना होने के निर्देश भी दे दिए हैं। खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि जैश में दूसरा स्थान रखने वाला मौलाना मसूद अजहर का भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर इस साजिश का मुख्य कमांडर है। जो कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के सहयोग से दिल्ली में फिदायीन हमले की तैयारियों पर सीधे नजर बनाए हुए है।
लालकिला सील
लाल किले को आम आदमी और पर्यटकों के लिए 8 अगस्त से 15 अगस्त तक बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पुलिस और संबंधित अधिकारियों को भी भीतर जाने के लिए पास इश्यू किया गया है। इसके बिना वह भीतर नहीं जा पाएंगे। इसके अलावा आसपास लगे करीब 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे के जरिए हर गतिविधि पर सुरक्षा प्रहरियों की नजर है। लाल किले की तरफ खुलने वाले आसपास के 105 से ज्यादा खिड़कियों की भी पहचान की गई है। उन्हें भी सील किया जा रहा है। इसके अलावा आसपास के 600 से भी ज्यादा बिल्डिंगों पर भी सुरक्षाकर्मियों की नजर है। इसके लिए हर तीसरी बिल्डिंग पर एक सुरक्षाकर्मी को तैनात किया जा रहा है।
मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था की गई चौकस
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि भीड़भाड़ का आतंकी फायदा उठा सकते हैं। इसलिए भीड़-भाड़ और दिल्ली के अहम क्षेत्रों में स्थिति मेट्रो स्टेशन जैसे राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आइटीओ, कश्मीरी गेट आदि पर सुरक्षा ज्यादा कड़ी की गई है। सुरक्षा में किसी तरह की चूक न रह जाए इस वजह से दो-दो बार तलाशी ली जा रही है।
हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन पर भी जबरस्त सुरक्षा घेरा
बता दें कि नई दिल्ली , पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन और आनंद विहार रेलवे स्टेशनों पर आधुनिक हथियारों से लैस आरपीएफ व जीआरपी किसी भी खतरे से निबटने के लिए तैयार है। इसके अलावा स्टेशनों पर संदिग्ध समान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रेलवे लगातार घोषणाएं भी कर रहा है। इसके अलावा हवाईअड्डे पर सीआइएसएफ की गश्त बढ़ा दी गई है। वह हवाई अड्डे पर आने-जाने वाले हर व्यक्ति और गाड़ी पर नजर रख रहे हैं। हवाईअड्डे के आसपास के इलाकों पर दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर है।
कौन है असगर
आपको बता दें कि जैश में दूसरा स्थान रखने वाला मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर आतंकी मौलाना मसूद अजहर का भाई है। असगर पिछले तीन-चार साल में भारत के अंदर सुरक्षा बलों पर कई फिदायीन हमले करा चुका है। इससे पहले असगर ने ही वर्ष 2016 में पठानकोट स्थित वायु सेना के बेस कैंप और नगरोटा में थल सेना के कैंप पर आतंकी हमला करवाया था। इसके अलावा असगर ने ही अपने खास आतंकियों के जरिए वर्ष 1999 में अपने भाई मसूद अजहर को भारत से छुड़ाने के लिए विमान हाईजेक (कंधार विमान अपहरण कांड) करवाया था। संसद भवन पर हुए हमले की साजिश भी मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर ने ही तैयार की थी।
Published on:
05 Aug 2018 04:27 pm
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