
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को नोएडा के सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। डिप्टी सीएम को अचानक देख स्वास्थ्य अधिकारियों और डॉक्टरों के साथ स्वास्थ्य कर्मियो में हड़कंप मच गया। कई प्रकार की खामियां मिलने पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश गुप्ता और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीणा अग्रवाल से जवाब तलब किया। अस्पताल में लोगों भीड़ देखकर जल्द ही स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सोमवार सुबह करीब 11 बजे जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्हें पंजीकरण काउंटर के बाहर मरीजों की लंबी कतार लगी दिखी। इस पर डिप्टी सीएम ने सीएमएस से कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि मौसम और डॉक्टरों की कमी के कारण भीड़ अधिक है। इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियो के उपस्थिति रजिस्टर को देखा, जिसमें पांच लोगों की उपस्थिति अग्रिम रूप से लगाई हुई थीं। इस पर उन्होंने सभी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया।
दिन में 7 महिला चिकित्सक तैनात करने के निर्देश
उपमुख्यमंत्री ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि बहुत बड़ी आबादी यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाती है, लेकिन जब मैं यहां आया तो सबसे ज्यादा भीड़ विशेषज्ञों के पास मिली। महिला संबंधित काउंटरों पर भी अधिक भीड़ मिली। यहां विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाए जाने पर विचार किया गया है। कम से कम 7 महिला चिकित्सक यहां दिन में उपस्थित रहें। इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। दूसरी ओर सबसे ज्यादा भीड़ फिजिशियन के पास ही होती है। इसलिए उनकी संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा कि मैंने निरीक्षण में पाया है कि इस अस्पताल में साफ सफाई की स्थिति अच्छी है।
जानबूझकर गलती पर होगी कार्रवाई
उप मुख्यमंत्री ने कहा की निरीक्षण के दौरान हमने कुछ त्रुटियां पाई हैं। हमारे कुछ डॉक्टर और निरीक्षकों ने अग्रिम रूप से अपनी उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज करा दी है। उन सभी को नोटिस दिया जा रहा है और जवाब मांगा जा रहा है। अगर जानबूझकर गलती पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार मरीजों को भगवान मानकर सेवा करेगी। उनके चेहरे पर मुस्कान लाएगी और उनको सरकारी व्यवस्था उपलब्ध कराएगी।
Published on:
13 Jun 2022 01:27 pm
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