
नोएडा। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बाहुबली नेता अपने भाई के साथ फिर से सपा में आने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए उनकी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव से मुलाकता भी हो चुकी है। इतना ही नहीं वह अपनी पत्नी को अलीगढ़ से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। सूत्रों के अनुसार, अभी बात फाइनल नहीं हो पाई है।
भाई भी रह चुके हैं एमएलए
हम बात कर रहे हैं बुलंदशहर के डिबाई से विधायक रह चुके श्री भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित की। उनके भाई मुकेश शर्मा शिकारपुर से एमएलए रह चुके हैं। उन्हें पहले सपा से निकाल दिया गया था। राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में पार्टी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग कर भाजपा को फायदा पहुंचाने पर दोनों भाइयों को पार्टी से निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने भाजपा में एंट्री की कोशिश की लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की नाराजगी की वजह से उन्हें सदस्यता नहीं मिली थी। अब बताया जा रहा है कि गुड्डू पंडित नोएडा में ही रह रहे हैं। वह अपनी पत्नी को अलीगढ़ से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। सपा में वापसी के लिए वह मुलायम सिंह यादव और रामगोपाल यादव से भी मिल चुके हैं। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी में वापसी हो सकती है।
वेस्ट यूपी के नेताओं से मांगी रिपोर्ट
गड्डू पंडित के साथ रहने वाले एक कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने हाल ही में सपा के राष्ट्रीय सचिव राम गोपाल से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी भूल की बता स्वीकारी आैर उनसे वापस पार्टी में लेने की बात कही। बताया जा रहा है कि इस दौरान रामगोपाल यादव ने उन्हें वजन कम करने के लिए भी कहा। सूत्रों के अनुसार, प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने पार्टी के वेस्ट यूपी नेताआें ने उनकी रिपोर्ट मांगी है।
बसपा के टिकट पर भी बन चुके हैं विधायक
गुड्डू पंडित की पहचान एक बाहुबली के रूप में है। 2007 में उन्होंने बसपा के टिकट पर डिबाई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उस समय उन्होंने कल्याण सिंह का गढ़ कहे जाने वाले डिबाई में उन्हीं के बेटे को हराया था। अगले विधानसभा चुनाव 2012 में गुड्डू पंडित ने पार्टी बदल ली और सपा के टिकट पर मैदान में उतरे। इस बार उन्होंने फिर से कल्याण सिंह के बेटे को शिकस्त दी। वहीं उनके भाई मुकेश शर्मा ने शिकारपुर से चुनाव जीता था। इसके बाद उन्होंने फिर पलटा खाया और भाजपा से नजदीकियां बढ़ाने लगे लेकिन कल्याण सिंह की नाराजगी की वजह से पार्टी में एंट्री नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव बुलंदशहर सदर सीट से रालोद के टिकट पर लड़ा लेकिन हार गए। अब वह फिर से सपा में वापसी की कोशिश में हैं।
Published on:
16 May 2018 02:15 pm
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