
मायावती के भाई पर IT का शिकंजा: 12 शेल कंपनियों की आड़ में बनाई गई 400 करोड़ की संपत्ति जब्त
नोएडा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा की खालई हुई सीटों पर होने वाले उप-चुनाव से पहले आयकर विभाग (Income tax department) की कार्रवाई से बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP CHIEF MAYAWATI) की मुश्किलें बढ़ा सकती है। मायावती के भाई और बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार (BSP NATIONAL VICE PRESIDENT ANAND KUMAR) और उनकी पत्नी के खिलाफ आयकर विभाग ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान आईटी ने उनकी 400 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त की। आयकर विभाग (Income tax department) के अनुसार आनंद कुमार ((BSP NATIONAL VICE PRESIDENT ANAND KUMAR)) के बेनामी संपत्ति की जानकारी मिली थी। इसके बाद विभाग ने इस बाबत वर्ष 2017 में उनसे पूछताछ की थी। सबूत जमा करने के बाद आयकर विभाग ने गुरुवार को बेनामी संपत्ति के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा में 28328 वर्गमीटर जमीन जब्त की है। सरकारी दर के हिसाब से इसका मूल्य 400 करोड़ रुपये बताया जा रहा है। आयकर विभाग के दिल्ली स्थित बेनामी प्रतिषेध यूनिट (बीपीयू) ने इस संबंध में 16 जुलाई को आदेश जारी किया था। यह आदेश बेनामी संपत्ति ट्रांजेक्शन प्रतिषेध एक्ट, 1988 के सेक्शन 24 (3) के तहत जारी किया गया है।
इनकम टैक्स विभाग के सूत्र बताते हैं कि आनंद कुमार ने दिल्ली के व्यवसायी एसके जैन के सहयोग से कई हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति जुटाई थी। इस मामले में एसके जैन को बोगस कंपनी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2007 से 2012 के बीच आनंद कुमार की नेटवर्थ 7.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,316 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी। आनंद कुमार पर आरोप है कि उन्होंने 12 से अधिक बोगस कंपनियां बनाकर कई हजार करोड़ की बेनामी संपत्ति बनाई। यह भी आरोप है कि उन्होंने नोटबंदी के दौरान इन्हीं फर्जी कंपनियों की आड़ में करोड़ों रुपये बदलवाए थे। सूत्र बताते हैं कि अभी 440 करोड़ रुपये की नकदी और 870 करोड़ की कई अचल संपत्ति भी राडार विभाग के रडार पर है।
इनकम टैक्स विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कार्रवाई के तैयारी में हैं। ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में केस दर्ज किया था। अब वह इसमें तेजी लाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में आनंद कुमार पर की गई इस कार्रवाई की आंच बसपा सुप्रीमो मायावती तक भी पहुंच सकती है। खासकर विधानसभा उपचुनाव और वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मायावती की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
Published on:
18 Jul 2019 07:57 pm
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