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Noida: बिजली बिल के DD गायब कर इस तरह किया 1.66 करोड़ का घोटाला, PNB का डिप्टी मैनेजर गिरफ्तार

locationनोएडाPublished: Feb 20, 2020 11:42:01 am

Submitted by:

sharad asthana

Highlights

घोटाले में डिप्‍टी मैनेजर समेत आठ को किया गिरफ्तार
PNB के दूसरे डिप्‍टी मैनेजर की पुलिस कर रही तलाश
आरोपियों में बिजली विभाग का संविदाकर्मी भी शामिल

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नोएडा। बैंक कर्मियों की सांठगांठ से बिजली निगम में हुए 1.66 करोड़ रुपये के घोटाले में पुलिस (Police) ने बुधवार (Wednesday) को बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में नोएडा (Noida) पुलिस ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के डिप्टी मैनेजर समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक आरोपी फरार है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 लाख रुपये कैश भी बरामद किया है।
एक डिप्‍टी मैनेजर है फरार

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम अंकुर भास्कर, जय सुभाष, सचिन कुमार, विशाल शर्मा, मनीष कुमार, करन सिंह, यतेंद्र चौधरी और बृजेश कुमार हैं। अंकुर भास्‍कर बुलंदशहर (Bulandshahr) स्थित पीएनबी का डिप्टी मैनेजर है। जबकि जय सुभाष खोड़ा बिजलीघर में संविदा कर्मी है। सचिन कुमार भी बिजली विभाग में संविदा कर्मी के तौर पर काम कर चुका है। इस मामले में सिकंदराबाद के चौखाबाद पीएनबी शाखा का डिप्टी मैनेजर आनंद कुमार गौतम फरार है। वह गोरखपुर (Gorakhpur) का रहने वाला है। आरोपियों ने सेक्टर-50 स्थित बैंक में बिजली निगम के नाम से मिलता-जुलता एक खाता बुलंदशहर के बैंक में खुलवाया। बैंक और निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से उन्‍होंने चोरी किए डिमांड ड्राफ्ट को जमाकर 1.66 करोड़ का घपला किया। विभाग के अधिशासी अभियंता संजय शर्मा की शिकायत पर थाना-49 पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इन आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
डीडी चुराकर पैसे निकाले जाने की शिकायत की थी

डीसीपी प्रथम जोन संकल्प शर्मा ने बताया की बिजली निगम में बिल का भुगतान कैश, चेक और डिमांड ड्रॉफ्ट (डीडी) के माध्यम से होता है। कंज्यूमर्स ऑनलाइन भी बिल का भुगतान करते हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार निजी एजेंसी के माध्यम से सेक्टर-50 स्थित निजी बैंक में सभी चेक और डीडी जमा किए जाते हैं। इनकी नियमित रिसीविंग भी ली जाती है। विभाग की तरफ से पुलिस को शिकायत मिली थी कि डीडी चुराकर पैसे निकाले जा रहे हैं। इसमें बैंक और संविदा कर्मियों की मिलीभगत की आशंका जताई गई थी। निगम के कलेक्‍शन सेंटर से डिमांड ड्राफ्ट को अकाउंट सेक्‍शन में जमा कराया जाता है।
ज्‍यादा धनराशि वाली डीडी निकाल लेते थे आरोप

रिलाइवल डाटा कंपनी के कर्मचारी डीडी व चेक बैंक ले जाते हैं। विभाग के कर्मचारी ने एजेंसी के कर्मचारियों के साथ मिलीगभगत की। आरोपियों से ज्‍यादा धनराशि वाले डीडी निकालकर उसमें उसी नाम के कम रुपये वाले डीडी बैंक में जमका करा देते थे। इतना ही नहीं आरोपियों ने इस काम में बैंक के डिपटी मैनेजर को भी मिला लिया। उन्‍होंने बुलंदशहर के पीएनबी की पल्‍लाझाल ब्रांच के डिप्‍टी मैनेजर से मिलकर बिजली निगम से मिलता-जुलता एक अकाउंट खुलवा लिया। यहां वह चोरी किए गए डीडी को कैश करा लेते थे। डीसीपी का कहना है कि आरोपियों के पास से कैश समेत 78 लाख की प्रॉपर्टी जब्‍त की है।
पकड़े गए आरोपियों के नाम

अंकुर भास्‍कर निवासी खुर्जा- पल्‍लाझाल पीएनबी का डिप्‍टी मैनेजर
सचिन कुमार निवासी खोड़ा- पूर्व संविदा कर्मी
यतेंद्र चौधरी निवासी खोड़ा
विशाल शर्मा निवासी सेक्‍टर-49
मनीष कुमार निवासी दिल्‍ली- रिलाइवल डाटा कंपनी का कर्मचारी
करण सिंह निवासी सेक्‍टर-21 नोएडा- पूर्व संविदा कर्मी
जय सुभाष निवासी चा ैड़ा- संविदा कर्मी
ब्रजेश कुमार नि वासी बिशनपुरा
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