15 मई 2008 की रात में नोएडा के सेक्टर-25, जलवायु विहार में आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई थी। 17 मई की सुबह फ्लैट की छत से नौकर हेमराज का शव बरामद हुआ था। इस मामले में नोएडा पुलिस ने 23 मई को आरुषि के पिता डॉ. राजेश तलवार को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 1 जून को यह केस सीबीआई को जांच के लिए सौंप दिया गया था। 26 नवंबर 2013 में गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट ने तलवार दंपति को हत्या और सबूत मिटाने का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसी फैसले के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील की थी। दोनों पक्षो की दलील सुनने के बाद जस्टिस बीके नारायण और जस्टिस एके मिश्रा की खंडपीठ ने तलवार दंपति की अपील पर सात सितंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस पर हाईकोर्ट 12 अक्टूबर को फैसला सुनाएगा।
आपको बतादें कि राजेश और नुपुर तलवार फिलहाल गाजियाबाद की डासना जेल में सजा काट रहे हैं। आपको बतादें कि 11 जनवरी 2017 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार की अपील पर को अपना फैसला सुरक्षित किया। 1 अगस्त को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा था कि तलवार की अपील दुबारा सुनेंगे क्योंकि सीबीआई के दावों में विरोधाभास हैं। वहीं 7 सितंबर 2017 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरुषि हत्याकांड में फैसला सुरक्षित किया। 12 अक्टूबर 2017 को लोअर कोर्ट से तलवार दंपति की सजा के चार साल बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट आरुषि हत्याकांड पर फैसला सुनाएगा।