
Eating Habits Raising Heart Attack (फोटो सोर्स: AI image@Gemini)
5 Indian Eating Habits Raising Heart Attack : 29 सितंबर को जब विश्व हृदय दिवस (World Heart Day)आता है, तो हमें अपने दिल की सेहत पर थोड़ा रुककर सोचने की जरूरत होती है। असली खतरा बाहर नहीं, बल्कि अक्सर हमारी रसोई और थाली में ही छिपा होता है यानी हमारा खाना। भारतीय खाना अपने स्वाद और विविधता के लिए दुनिया भर में मशहूर है। लेकिन, हमारी रोजमर्रा की कुछ खाने की आदतें दिल के लिए उतनी अच्छी नहीं होतीं। सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. हेमंत चतुर्वेदी ने बताया ये आदतें धीरे-धीरे दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा बढ़ा सकती हैं।
इसलिए जरूरी है कि हम अपने खानपान को ध्यान से देखें और छोटी-छोटी गलतियों को सुधारें। यहां पाँच आम भारतीय खाने की आदतें हैं, जो दिल की सेहत बिगाड़ सकती हैं—और हमें एक बेहतर, स्वस्थ भविष्य के लिए अपनी थाली के बारे में दोबारा सोचने पर मजबूर करती हैं।
डॉ. हेमंत चतुर्वेदी ने बताया, एक कार्डियोलॉजिस्ट के रूप में मैंने देखा है कि कुछ आदतें कितनी हानिकारक हो सकती हैं। हमें इन आदतों को समझने और अपने दिल की बेहतर देखभाल आवश्यकता है।
खतरा: घी, मक्खन और हाइड्रोजनीकृत वसा का भारतीय व्यंजनों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है जो स्वाद में तो समृद्ध होते हैं, लेकिन हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। ये सामग्रियां संतृप्त और ट्रांस वसा के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
हेल्थ रिस्क :
कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह:
खतरा: तले हुए स्नैक्स, जैसे पकौड़े, समोसे और पूरी, भारतीय व्यंजनों का मुख्य हिस्सा हैं। हालांकि, इनका बार-बार सेवन स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा करता है।
हेल्थ रिस्क
कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह:
खतरा: मुलायम सफेद चावल और मैदे की रोटियों से लेकर गुलाब जामुन और जलेबी जैसी स्वादिष्ट मिठाइयों तक, हमारे आहार में अक्सर अत्यधिक मात्रा में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और अतिरिक्त चीनी होती है।
हेल्थ रिस्क
कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह:
खतरा: भारतीय भोजन में, खासकर अचार, पापड़ और चटनी में, उच्च सोडियम वाले खाद्य पदार्थ आम हैं। ये आपके नमक के सेवन को चुपके से बढ़ा सकते हैं।
हेल्थ रिस्क
कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह:
खतरा: उदार आतिथ्य की परंपरा अक्सर ज्यादा मात्रा में भोजन की ओर ले जाती है, खासकर त्योहारों के दौरान। एक ही भोजन में अत्यधिक कैलोरी का सेवन, खासकर देर रात, आपके पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है और आपके हृदय पर दबाव डाल सकता है।
हेल्थ रिस्क
जब भी खाएं, अपने शरीर के भूख के संकेतों पर ध्यान दें। यानी सच में भूख लगे तभी खाएं, बोरियत या आदत से नहीं।
वजन सही रखने के लिए एक बार में जयादा खाने की बजाय थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार खाएं।
रोज खाने का एक तय समय रखें। इससे पाचन दुरुस्त रहता है और शरीर का मेटाबॉलिज़्म भी बेहतर काम करता है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
29 Sept 2025 01:54 pm
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