बुधवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा को किया गया था भंग
आपको बता दें कि बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग करने की घोषणा की थी। इसके बाद से जम्मू-कश्मीर की सियासत से लेकर देश की दिल्ली की राजनीति गरमा गई। विपक्ष मोदी सरकर पर हमलावर हो गई और लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगा दिया। विपक्ष का कहना था कि मोदी सरकार चाहती है कि केवल उन्ही का शासन हो। उनका नहीं तो फिर किसी का नहीं। दरअसल यह खबर सामने आई थी कि पीडीपी, एनसी और कांग्रेस मिलकर राज्य में सरकार बनाने जा रही है। इससे पहले की इन तीनों के गठबंधन की सरकार बनती उससे पहले राज्यपाल ने विधानसभा को भंग कर दिया। हालांकि राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने अपने संवैधानिक अधिकारों के तहत ही फैसला लिया है। दूसरी बात पांच महीनों तक किसी ने भी सरकार बनाने का दावा नहीं किया। लिहाजा अब समय आ गया था कि विधानसभा को भंग कर दिया जाए और चुनाव कराए जाएं। फिलहाल इस मामले को लेकर अब राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है।