
महापौर कार्यक्रम से रहे गायब! (photo source- Patrika)
CG News: राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष में आयोजित कार्यक्रम में एक बड़ी प्रशासनिक चूक चर्चा का विषय बन गई है। जिले के अधिकारियों ने नगर निगम रायगढ़ के प्रथम नागरिक एवं महापौर जीवर्धन चौहान को निमंत्रण देना ही भूल गए। हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा बांटे गए निमंत्रण कार्ड में उनका नाम जरुर दिया गया था नतीजतन महापौर न तो कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए और न ही समापन सत्र में उनकी मौजूदगी रही।
इस लापरवाही को लेकर न केवल नगर निगम में बल्कि पूरे राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें शासन की योजनाओं की प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किया गया, लेकिन इस पूरे कार्यक्रम में नगर निगम के मुखिया महापौर जीवर्धन चौहान को आमंत्रित सूची में शामिल नहीं किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नगर निगम के कई पार्षद और पदाधिकारी मौजूद रहे, परंतु महापौर की अनुपस्थिति ने सबका ध्यान खींच लिया। लोगों में चर्चा रही कि आखिर जिला प्रशासन ने नगर सरकार के प्रमुख को निमंत्रण क्यों नहीं दिया। कई कार्यकर्ताओं ने इसे जानबूझकर की गई अनदेखी करार भी दिया जा रहा है, जबकि कुछ ने इसे प्रशासनिक गलती बताते हुए बात को हल्का करने की कोशिश की।
राजनीतिक गलियारों में यह बात भी जोर पकड़ रही है कि सत्ता में आने के बाद संगठन के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को भुला दिया गया है, जबकि भाजपा संगठन कुछ कार्यकर्ता व पदाधिकारी के इर्द गिर्द घुम रही है। दबी जुबान में यह चर्चा भी है कि महापौर स्वयं कई बार इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं कि निगम से जुड़े कार्यक्रमों में भी अब उन्हें औपचारिक रूप से शामिल नहीं किया जाता।
CG News: इस त्रुटि के पीछे कहीं न कहीं राजनीतिक असंतुलन भी जिमेदार है। महापौर जीवर्धन चौहान ने इस पूरे मामले पर अब तक सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उनके करीबी सहयोगियों का कहना है कि वह इस व्यवहार से आहत हैं। रजत जयंती समारोह की चमक के बीच इस तरह की प्रशासनिक लापरवाही और राजनीतिक असंतोष अब जिले की राजनीति में नया विषय बन गया है।
Updated on:
08 Nov 2025 05:47 pm
Published on:
08 Nov 2025 05:46 pm
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