
कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशी जोरों पर प्रचार में लगे
रायपुर। CG Election 2023: दूसरे चरण के चुनाव में कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशी जोरों पर प्रचार में लगे हैं। इस दौरान प्रत्याशियों को कुछ जगहों पर भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परेशानी अपनी पार्टी के ब्लाॅक और मंडल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से उठानी पड़ रही है। वहीं, कुछ विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी की अनदेखी का खामियाजा चुनाव प्रचार में भुगतना पड़ रहा है। ब्लॉक और मंडल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में मदद नहीं कर रहे हैं। इस कारण प्रचार के दौरान आयोजित की जाने वाली सभाओं में भीड़ भी नदारद रहने लगी है। ऐसे में प्रत्याशियों को अब अपने नजदीकी विधानसभा सीटों से अपनी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की मदद लेकर भीड़ बुलानी पड़ रही है।
रायपुर की 3 सीटों के प्रत्याशी ज्यादा परेशान
जानकारी के अनुसार रायपुर जिले की सात सीटों में से तीन सीटों के प्रत्याशी ब्लॉक, मंडल और वार्ड के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से खासे परेशान हैं। इसमें रायपुर दक्षिण, उत्तर और आरंग के प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी परेशान बताए जाते हैं। इन तीनों सीटों पर पार्टी के कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप प्रत्याशी पर लगाए जा रहे हैं। इसी से नाराज होकर पदाधिकारी और कार्यकर्ता तो चुनाव प्रचार में कभी-कभार जा रहे हैं, लेकिन अपने साथ क्षेत्र के लोगों की भीड़ नहीं ला रहे हैं। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में एक प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी की चुनावी सभा रखी गई थी। इसमें रायपुर ग्रामीण के कार्यकर्ताओं की भीड़ चुनाव प्रबंधन का काम देखने वालों ने बुलाई थी। इसकी पार्टी के बड़े नेता से लेकर छोटे पदाधिकारियों में चर्चा है। इसी तरह रायपुर उत्तर में भी एक पार्टी के प्रत्याशी द्वारा स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की पूछपरख नहीं करने से नाराज चल रहे हैं। कुछ तो ऐसे हैं, जो प्रत्याशी के प्रचार-प्रसार से पूरी तरह से दूरी बनाए हुए हैं।
दूसरे चरण की कई सीटों में भितरघात
बताया जाता है कि भाजपा-कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर प्रमुख दावेदार अपनी ही पार्टी के प्रत्याशियों के साथ भितरघात करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसलिए कई प्रत्याशियों की रातों की नींद और दिन का चैन बिगाड़ दिया है। भितरघात करने वालों पर निगाह रखने के लिए पार्टी ने अलग से टीम बनाई है। इसके बावजूद भितरघात करने वालों पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
मैनेज करने में लगे नेता
पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की नाराजगी से चुनाव प्रचार में पड़ रहे असर को देखते हुए प्रत्याशी के चुनाव प्रबंधन का काम देख रहे नेता अब डैमेज कंट्रोल में लगे हुए हैं। क्योंकि दूसरे चरण के चुनाव में अभी 10 दिन बाकी है। ऐसे में नाराज कार्यकर्ताओं को खुश करने का प्रयास किया जा रहा है।
यह भी पढ़े: cg election 2023 : बालोद में प्रियंका गांधी बोली- मोदी देश के हवाई अड्डे और बंदरगाह अडानी को दे रहे..
Published on:
08 Nov 2023 10:42 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
