
बिलासपुर शराब कांड में राहत! ट्रायल तक आबकारी अधिकारियों को नहीं होगी गिरफ्तारी, सुप्रीम कोर्ट का आदेश जारी(photo-patrika)
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में जांच एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। रायपुर की विशेष अदालत ने गुरुवार को पूर्व आईएएस अधिकारी निरंजन दास को 29 सितंबर तक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। वहीं, होटल कारोबारी नीतेश और यश पुरोहित को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
ईओडब्ल्यू की ओर से अदालत को बताया गया कि निरंजन दास से अब तक पूरी तरह पूछताछ नहीं हो सकी है। जांच अधिकारी ने कहा कि मामले से जुड़े कई अहम बिंदुओं को स्पष्ट करने के लिए और समय की आवश्यकता है। अदालत ने इस आधार पर उन्हें चार दिन की और रिमांड पर भेज दिया।
जांच में सामने आया है कि अवैध वसूली के सिंडिकेट में निरंजन दास की भूमिका केंद्रीय रही। आरोप है कि उनके इशारे पर सरकारी शराब दुकानों में बेहिसाब बिक्री की गई, अधिकारियों के तबादलों और टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी हुई। इसके अलावा दोषपूर्ण शराब नीति बनवाकर सिंडिकेट को करोड़ों का अनुचित लाभ पहुंचाया गया।
मामले में पहले से ही जेल भेजे गए होटल कारोबारी अनवर की अवैध वसूली की रकम को संभालने का काम रायपुर जेल रोड स्थित होटल के संचालक नीतेश और यश पुरोहित करते थे। ईओडब्ल्यू का कहना है कि दोनों के पास भारी-भरकम रकम का हिसाब-किताब रखा जाता था।
3200 करोड़ के इस बड़े घोटाले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसी का मानना है कि रिमांड अवधि में और भी कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं। वहीं, विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है कि इतने बड़े घोटाले में शामिल और प्रभावशाली लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है।
Updated on:
26 Sept 2025 09:57 am
Published on:
26 Sept 2025 09:56 am
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