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CG News: फल-फूल रही ‘अपनी-अपनी’ चौपाटी… बूढ़ा तालाब-साइंस कॉलेज का गहराया विवाद

CG News: नियमों का उल्लंघन करने पर पर्यटन मंडल की कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि साफ-सफाई और पार्किंग व्यवस्था का पालन नहीं किया जा रहा है।

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हर तरफ लग गए खानपान के 50 स्टॉल (Photo source- Patrika)

हर तरफ लग गए खानपान के 50 स्टॉल (Photo source- Patrika)

CG News: शहर के तालाबों के किनारे संरक्षण के नाम पर चौपाटी की परिपाटी तेजी से फल-फूल रही है। तेलीबांधा मरीन ड्राइव, कटोरा तालाब के बाद अब ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब भी चौपाटी की चपेट में आ चुका है। इस मामले में न तो नगर निगम पीछे है न ही पर्यटन मंडल, क्योंकि इसी ढर्रे से दोनों विभागों को अच्छी खासी कमाई होती है। जिस कंपनी को ठेका दिया जाता है, वो भी मालामाल होती है।

CG News: चौपाटी बना विवाद…

राजधानी में चौपाटी कारोबार इसी सिस्टम से आगे बढ़ रहा है। हैरानी तो ये कि जिस ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब के दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कॉलेज की तरफ चौपाटी खोले जाने का छात्राओं के साथ शहर के लोगों ने विरोध किया, उसे अब दरकिनार किया जा चुका है। पिछले दस साल से राजधानी का बूढ़ा तालाब नगर निगम और पर्यटन मंडल के लिए प्रयोग का गढ़ बन गया है।

कटोरा तालाब का भी ऐसा ही हाल

तेलीबांधा से केनाल लिंकिंग रोड पर कटोरा तालाब के किनारे का दायरा भी चौपाटी में तब्दील हो चुका है। यहां भी लाइन से खानपान की दुकानें नगर निगम संचालित करा रहा है। इससे हर साल लाखों रुपए की आमदनी नगर निगम को होती है।

नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

मीनल चौबे, महापौर: पिछली महापौर परिषद एमआईसी में प्रस्ताव पारित कर बूढ़ा तालाब को पर्यटन मंडल के सुपुर्द कर चुकी है। इसलिए वर्तमान में चौपाटी खोलने पर पाबंदी लगाने में दिक्कत है, लेकिन यह तय है कि नियमों का उल्लंघन करने पर पर्यटन मंडल की कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि साफ-सफाई और पार्किंग व्यवस्था का पालन नहीं किया जा रहा है। इसलिए तीन स्टॉलों को सीलबंद कराया है।

संवारने और आकर्षक स्वरूप देने करोड़ों रुपए खर्चे

CG News: नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के माध्यम से इस तालाब को संवारने और आकर्षक स्वरूप देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए, ताकि शहर के लोगों को अच्छी आबोहवा मिल सकें, लेकिन कभी यह तालाब नगर निगम के पास रहता है तो कभी पर्यटन मंडल के सुपुर्द कर दिया जाता है। ऐसी परंपरा 2015-16 से जो शुरू हुई, वो जारी है। शहर के इस ऐतिहासिक तालाब के संरक्षण और स्थानीय स्तर पर पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए नगर निगम ने पर्यटन मंडल को सौंपा।

2018 में पर्यटन मंडल ने एमएमपी वाटर स्पोर्ट्स प्रालि से एक एग्रीमेंट किया कि वह 12 करोड खर्च करके तालाब में बोटिंग, म्यूजिकल फाउंटेन, गार्डन विकसित करेगी और फूड जोन के माध्यम से अपनी लागत को वसूलेगी। इसका काफी विरोध होने पर पर्यटन मंडल से बूढ़ा तालाब को एक बार फिर नगर निगम ने वापस ले लिया और स्मार्ट सिटी कंपनी के फंड से 30 करोड में पाथवे, परिक्रमा पथ, लाइटिंग, म्युजिक फाउंटेन जैसे काम कराकर फिर 2022-23 में पर्यटन मंडल के हवाले कर दिया।