CG News: सभी दवाएं जेनेरिक होती हैं…
पेंशनरों का आरोप है कि अप्रोच वाले लोगों को 2-3 दिन में दवा दे जाती है, जबकि बाकी
पेंशनर को बाद में बुलाया जाता है। पेंशनरों ने पत्रिका को बताया कि सभी दवाएं जेनेरिक होती हैं। इसके बाद भी दवा बांटने वाले फार्मासिस्ट की मनमानी चल रही है। वे पेंशनर से सीधे मुंह बात नहीं करते।
गार्ड बड़े अधिकारियों से मिलने नहीं देते…
CG News: कहते हैं कि पर्ची जमा कर दिया है तो 13 से 15 दिनों बाद आना। कई बुजुर्ग बहस करते भी देखे जा सकते हैं। पेंशनरों का कहना है कि लचर व्यवस्था पर आला अधिकारियों का भी ध्यान नहीं है। जब शिकायत करने की बात आती है तो गार्ड बड़े अधिकारियों से मिलने नहीं देते।
सरकारी नियम के अनुसार पर्ची जमा करने के 2 से 3 दिनों बाद दवा मिल जानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। पेंशनरों का कहना है कि दवा वितरण व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए, ताकि दूरदराज से आने वाले
पेंशनरों को समस्याओं का सामना करना न पड़े।