
आंबेडकर अस्पताल का मामला (Photo source- Patrika)
CG News: मेन पावर की कमी से जूझ रहे आंबेडकर अस्पताल में मनमाफिक छुट्टी लेने के लिए सिर्फ 200 रुपए में मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाए जा रहे हैं। इससे कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। अब यह मामला प्रबंधन तक पहुंच गया है। दरअसल अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर पर आरोप है कि वह रेगुलर वार्ड ब्याय का मेडिकल सर्टिफिकेट सिर्फ 200-200 रुपए लेकर बनाते हैं।
शिकायत मिलने के बाद प्रबंधन डॉक्टर को चेतावनी देने की तैयारी में है। अभी 1252 बेड के अस्पताल में महज 100 वार्ड ब्वॉय सेवाएं दे रहे हैं। इनमें से अधिकांश आए दिन छुट्टी पर चले जाते हैं। इसके लिए वह कम खर्च पर मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाकर प्रबंधन के सामने पेश कर देते हैं। अधिकारियों का कहना है कि लगातार छुट्टी के कारण एवजी ड्यूटी लगाने में भी दिक्कत हो रही है।
दूसरी ओर आंबेडकर अस्पताल प्रबंधन ने सालभर पहले 60 नियमित वार्ड ब्वाय को नौकरी खत्म करने का नोटिस दिया था। हालांकि अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। भर्ती में अनियमितता की शिकायत के बाद शासन ने मामले की जांच करवाई थी। इसमें भर्ती में अनियमितता की पुष्टि हुई थी। शासन के आदेश के बाद ही प्रबंधन ने सभी वार्ड ब्वाय को नोटिस दिया था।
CG News: दरअसल, 2008-09 में दैनिक वेतनभोगी के बतौर सेवाएं दे रहे इन वार्ड ब्वाय को रेगुलर कर दिया गया था। जबकि, शासन ने 1979 से 1997 तक सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को नियमित करने को कहा था। बताया जाता है कि तब रिटायर्ड डीएमई की इसमें बड़ी भूमिका थी। लेन-देन कर इन कर्मचारियों को नियमित करने का आरोप लगा था। ऐसे में जिन कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं हुआ था, उन्होंने शासन से शिकायत की थी।
Updated on:
04 Sept 2025 10:34 am
Published on:
04 Sept 2025 10:33 am
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