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CG Road Accident: युवाओं में स्पीड का क्रेज, सेफ्टी की हो रही अनदेखी, सड़क हादसों में मौत के आंकड़े जान कर उड़ जाएंगे होश…

CG Road Accident: रायपुर के युवाओं में देर रात पार्टी और तेज रफ्तार में वाहन चलाने का क्रेज बढ़ा है। इसमें वाहन चलाते समय सेफ्टी की अनदेखी कर रहे हैं।

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CG Road Accident: छत्तीसगढ़ के रायपुर के युवाओं में देर रात पार्टी और तेज रफ्तार में वाहन चलाने का क्रेज बढ़ा है। इसमें वाहन चलाते समय सेफ्टी की अनदेखी कर रहे हैं। इसका बड़ा खामियाजा उन्हें अपनी जिंदगी गंवा कर भुगतनी पड़ रही है। देहरादून में तेज रफ्तार कार की ट्रक से टक्कर हो गई। इसमें 6 युवाओं की मौत हो गई।

यह भी पढ़ें: CG road accident: सडक़ हादसे में 2 युवकों की मौत, एक ट्रेलर के पहिए में फंस गया तो दूसरे की बाइक से हो गई भिड़ंत

CG Road Accident: सैकड़ों युवाओं की हो चुकी मौत

CG Road Accident: तेज रफ्तार के चलते रायपुर सहित प्रदेश भर में कई घटनाएं हो चुकी हैं और सैकड़ों युवाओं की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी अधिक रफ्तार को लेकर ने युवाओं में जागरूकता आई है और न ही परिवहन और ट्रैफिक पुलिस कोई एक्शन ले पाया है। प्रदेश में सड़क हादसों का ग्राफ 10 फीसदी के हिसाब से बढ़ रहा है।

इस साल अब तक 12 हजार 500 सड़क हादसे हो चुके हैं। इसमें 10 हजार 500 घायल और 5600 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में युवाओं की संख्या ज्यादा है। मौत की बड़ी वजह हेलमेट नहीं लगाना, कार में सीटबेल्ट नहीं लगाना, शराब के नशे में वाहन चलाना, रफ्तार वाले वाहनों का इस्तेमाल आदि है।

जैसी गाडि़यां, वैसी सड़क नहीं

इन दिनों अधिक रफ्तार वाली गाडि़यों की मांग ज्यादा है। वर्तमान में लोग ऐसे आधुनिक महंगी कारें और बाइक ज्यादा ले रहे हैं, जिनकी रफ्तार अधिक है। इन वाहनों के हिसाब से शहर की सड़कें नहीं हैं। सड़कों चौड़ाई उतनी नहीं है, फिर भी लोग ऐसे वाहन ले रहे हैं। ट्रैफिक भी ज्यादा रहता है। सड़कें भी कई जगह से उबड़-खाबड़ और खराब रहती हैं। इससे वाहन अनियंत्रित होते हैं।

स्पीड पर कार्रवाई

शहर के भीतर की सड़कें हों या बाहर की प्रमुख सड़कें, वाहन चालक सामान्य से अधिक रफ्तार में गाडि़यां चलाते हैं। रात में तो वाहन चालक बेखौफ हो जाते हैं। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। यही वजह है कि वाहनों के रफ्तार पर कोई नियंत्रण नहीं है। सड़क हादसों की बड़ी वजह अधिक रफ्तार है।

मामूली चालान से बढ़ रहा हौसला

परिवहन विभाग अधिक रफ्तार में वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है। भारी वाहनों पर कोई एक्शन नहीं लेते हैं। दूसरी ओर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई भी करती है, तो मामूली चालान करके छोड़ देते हैं। इससे अधिक रफ्तार में गाड़ी चलाने वालों का हौसला और बढ़ता है।

नवा रायपुर बना अड्डा

अधिक रफ्तार में बाइक और कार चलाने वालों का नवा रायपुर अड्डा बन गया है। यहां की खुली और चौड़ी सड़कों पर अक्सर बाइकर्स स्टंटबाजी करते नजर आते हैं। कार रेसिंग भी करते हैं। इससे सड़क हादसे भी हो चुके हैं। स्टंटबाजी करने वाले कई बाइकर्स के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर चुकी है।

ड्रिंक एंड ड्राइव

देर रात तक पार्टी करने और शराब पीने के बाद वाहन चलाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। तेलीबांधा, राजेंद्र नगर, माना, , विधानसभा आदि इलाकों में शराब के नशे में कार चलाकर एक्सीडेंट करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसमें युवाओं की मौत भी हो चुकी है।

वाहन सवारों के मौत के आंकड़े(परसेंट में)

वाहन मौतें
बाइक 69.63
कार 2.05
बस 0.73
ट्रैक्टर 3.43
पैदल 15.40
साइिकल 73
मालवाहक 2.10
सवारी वाहन 0.03

रायपुर के डीएसपी-ट्रैफिक गुरजीत सिंह ने कहा की अधिक रफ्तार में वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। नवा रायपुर के प्रमुख मार्गों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। शहर में भी आईटीएमएस के जरिए अधिक रफ्तार वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। रिंग रोड में भी कार्रवाई की जा रही है।

केस-1

13 नवंबर को रिंग रोड नंबर-1 में सड़क किनारे पैदल चल रहे 61 वर्षीय बृजेश किशोर सोनी को पीछे से आ रही तेज रफ्तार बाइक ने टक्कर मार दिया। इससे गंभीर रूप से घायल बृजेश की मौके पर ही मौत हो गई। डीडी नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

केस-2

9 नवंबर को बिलासपुर रोड में धरसींवा के कुरा के पास रोड पार कर रहे 35 वर्षीय दीपक साहू को तेज रफ्तार कार सीजी 10 डीक्यू 0183 ने अपनी चपेट में ले लिया। इससे उसकी मौत हो गई। धरसींवा पुलिस मामले की जांच कर रही है।