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नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, इंटरव्यू और ट्रेनिंग भी निकला फर्जी..! 100 से ज्यादा युवा शिकार

CG Job Fraud: रायपुर शहर के युवाओं में सरकारी नौकरी पाने का लालच इस कदर है कि वो लाखों रुपए बिना जांच-परखे ठगों को दे रहे हैं।

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नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी(photo-unsplash)

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी(photo-unsplash)

CG Job Fraud: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर के युवाओं में सरकारी नौकरी पाने का लालच इस कदर है कि वो लाखों रुपए बिना जांच-परखे ठगों को दे रहे हैं। ठग उन्हें फर्जी मेडिकल, ज्वॉइनिंग लेटर और इंटरव्यू व ट्रेनिंग भी फर्जी करवा रहा है। फिर भी इसकी जांच नहीं करते हैं। आरंग और पुरानीबस्ती इलाके के पांच युवाओं से इसी तरह लाखों की ठगी हो गई। इसकी शिकायत पर पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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CG Job Fraud: जमीन बेचकर दिया पैसा

पहला मामला पुरानीबस्ती इलाके का है। पुलिस के मुताबिक, चेतना साहू, उनके पति शुभांशु जुमड़े और भाई कुणाल साहू की रूपेश साहू और उनके पिता चैतराम साहू से एक रिश्तेदार के जरिए दिसंबर 2023 में परिचय हुआ। इस दौरान रूपेश ने खुद को रेलवे अधिकारियों का करीबी बताया। उसने दावा किया कि विभाग में एक साथ 15 लोगों की ग्रुप डी में भर्ती की जा रही है। इसमें आप लोगों की भी भर्ती करवा दूंगा। इसके लिए पैसे देने पड़ेंगे।

चेतना और उनके पति उनकी बातों में आ गए। इसके बाद उनके बताए अनुसार अलग-अलग दिन तीनों ने कुल 14 लाख 37 हजार 063 रुपए रूपेश और उनके पिता को दिए। इस दौरान रूपेश ने तीनों का पंडरी जिला अस्पताल में मेडिकल कराया। इसके कुछ माह बाद तीनों को इंटरव्यू के लिए भोपाल ले गए। कुछ अफसरों से वह खुद जाकर मिला।

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15 लोगों की ग्रुप डी में भर्ती का दे रहे झांसा

इसके बाद वापस आ गए। इसके बाद तीनों को फिर गुजरात के बड़ोदरा ट्रेनिंग सेंटर ले गए। वहां उन्हें बाहर खड़े रखा। कुछ घंटों बाद उन्हें वापस रायपुर ले आए। फिर तीनों को रेलवे का ज्वॉइनिंग लेटर जारी कर दिया। ज्वाइनिंग लेटर लेकर तीनों रेलवे अधिकारियों के पास पहुंचे, तो उन्होंने लेटर को फर्जी बताया। इसके बाद तीनों ने पुरानीबस्ती थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।

दूसरी घटना आरंग इलाके की है। बीना जांगड़े की रिश्तेदार मुंगेश्री बंजारे जशपुर तहसील कार्यालय में सहायक वर्ग-2 के पद में पदस्थ हैं। मुंगेश्री ने वर्ष 2022 में रेलवे विभाग में भर्ती होने की जानकारी देते हुए बीना को बताया कि अधिकारियों से उसकी अच्छी पहचान है।

लाखों की ठगी

वह उनके बेटों की रेलवे में नौकरी लगवा देगा। इसके लिए 10 लाख देने होंगे। बीना उसकी बातों में आ गई। इसके बाद अपने दोनों बेटों रितेश और डालेश्वर की नौकरी के लिए 10 लाख रुपए मुंगेश्री को दिया। पैसे जुटानेे लिए बीना ने अपना खेत बेच दिया था।

रकम मिलने के कुछ माह बाद मुंगेश्री ने दोनों युवकों को 19 अगस्त 2022 को रेलवे का नियुक्ति पत्र भेजा। नियुक्ति पत्र लेकर दोनों युवक रायपुर रेलवे विभाग पहुंचे। अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र को फर्जी बताया। इसके बाद बीना ने मुंगेश्री से कहा कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। पूरी राशि वापस करो। इस पर मुंगेश्री ने इनकार कर दिया और उन्हें ही धमकाने लगी। पीड़िता ने इसकी शिकायत आरंग थाने में की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

हर साल 100 से ठगी

सरकारी नौकरी के लालच में हर साल 100 से अधिक युवक-युवतियां ठगी के शिकार हो रहे हैं। कभी रेलवे, तो कभी मंत्रालय, व्यापमं, पटवारी, हॉस्टल अधीक्षिका आदि के नाम पर उन्हें ठगा जा रहा है। ठगी करने वाले फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के साथ इंटरव्यू और ट्रेनिंग भी करवा दे रहे हैं। इसके बावजूद पीड़ितों को इसका अहसास नहीं हो पाता है।