पीडि़त परिवारों का कहना है कि वो सड़क से घर तक सिलेंडर लाने को तैयार हैं, वापसी में कर्मचारी खाली सिलेंडर को सैनिटाइज़ कर दस्ताने पहनकर वापस ले जा सकते हैं। लेकिन वो इसके लिए भी तैयार नहीं। जिन घरों में होम क्वारंटाइन का पोस्टर लगा रहता है उन घरों में डिलीवरी नहीं की जा रही है। संक्रमण के डर के कारण पड़ोसी भी मदद नहीं कर रहे हैं।
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इन इलाकों में परेशानी
बैजनाथपारा, लाखे नगर, शंकर नगर और मोवा क्षेत्र की कुछ एजेंसियों में यही शिकायत है। परिवार के कोविड नेगेटिव सदस्य प्रोटोकाल के कारण बाहर नहीं निकल पा रहे। यह है आदेश
कलेक्टर ने सिलेंडर की होम डिलीवरी को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं। वही जोन स्तर पर नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गए हैं, लेकिन आलम यह है कि एजेंसी संचालक और उनके कर्मचारियों ने संक्रमित परिवार के लोगों का फोन तक उठाना बन्द कर दिया है।
टीम बनी, लेकिन नहीं उठा रहे फोन
मामले में खाद्य विभाग के अधिकारियों का निराशाजनक रवैया सामने आ रहा है। लोगों का कहना है जिला खाद्य विभाग के आधे अधिकारियों का फोन रिसीव नहीं होता तो आधे अधिकरियों का फोन बंद रहता है।
मामले में खाद्य विभाग के अधिकारियों का निराशाजनक रवैया सामने आ रहा है। लोगों का कहना है जिला खाद्य विभाग के आधे अधिकारियों का फोन रिसीव नहीं होता तो आधे अधिकरियों का फोन बंद रहता है।