1)
बता दें कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) बिलासपुर के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक ने 23 अप्रैल को आदेश जारी कर छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कुल 23 एक्सप्रेस तथा लोकल ट्रेनों का परिचालन 24 अप्रैल से एक माह के लिए बंद कर दिया है। इन ट्रेनों के परिचालन बंद करने के पूर्व रेलयात्रियों के लिए किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। सीएम के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने इस संबंध में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र में लिखा है कि इसके पूर्व भी 31 मार्च को 10 ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। इनमें से आठ ट्रेनें छत्तीसगढ़ से होकर चलती थी। इसके लिए 5 अप्रैल को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया था, किन्तु छत्तीसगढ़ शासन के अनुरोध को अनदेखा किया गया।
2)
अपर मुख्य सचिव ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में मध्यम एवं निम्न वर्ग के अनेक यात्री हैं, जो प्रतिदिन इन ट्रेनों से यात्रा करते हुए अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचते हैं। ट्रेनों के बंद होने से प्रतिदिन यात्रा करने वाले छोटे-छोटे व्यवसायी, रोजगार एवं शासकीय तथा अर्धशासकीय सेवा से जुड़े व्यक्तियों, शालेय एवं महाविद्यालय के छात्रों आदि के जाने-आने में काफी असुविधा होगी। ट्रेनों का परिचालन बंद कर देने से ग्रीष्मावकाश में की जाने वाली यात्राओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
3)
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बता दें कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) बिलासपुर के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक ने 23 अप्रैल को आदेश जारी कर छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कुल 23 एक्सप्रेस तथा लोकल ट्रेनों का परिचालन 24 अप्रैल से एक माह के लिए बंद कर दिया है। इन ट्रेनों के परिचालन बंद करने के पूर्व रेलयात्रियों के लिए किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। सीएम के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने इस संबंध में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र में लिखा है कि इसके पूर्व भी 31 मार्च को 10 ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। इनमें से आठ ट्रेनें छत्तीसगढ़ से होकर चलती थी। इसके लिए 5 अप्रैल को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया था, किन्तु छत्तीसगढ़ शासन के अनुरोध को अनदेखा किया गया।
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अपर मुख्य सचिव ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में मध्यम एवं निम्न वर्ग के अनेक यात्री हैं, जो प्रतिदिन इन ट्रेनों से यात्रा करते हुए अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचते हैं। ट्रेनों के बंद होने से प्रतिदिन यात्रा करने वाले छोटे-छोटे व्यवसायी, रोजगार एवं शासकीय तथा अर्धशासकीय सेवा से जुड़े व्यक्तियों, शालेय एवं महाविद्यालय के छात्रों आदि के जाने-आने में काफी असुविधा होगी। ट्रेनों का परिचालन बंद कर देने से ग्रीष्मावकाश में की जाने वाली यात्राओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
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