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कोरोनाकाल में मुख्यमंत्री का आदेश मानने को तैयार नहीं डॉक्टर, तीन दिन बाद भी नए अधीक्षक नहीं पहुंचे अस्पताल

locationराजनंदगांवPublished: Apr 27, 2021 11:38:56 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

राज्य सरकार (Chhattisgarh government) ने यहां के अस्पताल अधीक्षक को हटाकर मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्राध्यापक को नया अधीनस्थ बनाया गया है लेकिन तीन दिन बाद भी इस आदेश पर अमल नहीं हुआ है।

कोरोनाकाल में मुख्यमंत्री का आदेश मानने को तैयार नहीं डॉक्टर, तीन दिन बाद भी नए अधीक्षक नहीं पहुंचे अस्पताल

कोरोनाकाल में मुख्यमंत्री का आदेश मानने को तैयार नहीं डॉक्टर, तीन दिन बाद भी नए अधीक्षक नहीं पहुंचे अस्पताल

राजनांदगांव. बसंतपुर स्थित मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में अधीक्षक को हटाकर नए अधीक्षक की नियुक्ति मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार ने कर दी है लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी नए अधीक्षक ने पदभार ग्रहण नहीं किया है। बसंतपुर अस्पताल से मेडिकल कॉलेज पेंड्री की दूरी महज पांच-छह किलोमीटर दूर है लेकिन नए बनाए गए अधीक्षक तीन दिन में इतनी दूरी नहीं तय कर पाए हैं।
तीन दिन बाद भी अमल में नहीं हुआ आदेश
मरीजों के इलाज के मामले में लापरवाही और अकर्मण्यता का रिकार्ड बनाने वाले मेडिकल कालेज प्रबंधन पर लगता है राज्य सरकार और सरकार के मुखिया के आदेश का भी कोई असर नहीं होता। तमाम तरह की शिकायतों के बाद राज्य सरकार ने यहां के अस्पताल अधीक्षक को हटाकर मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्राध्यापक को नया अधीनस्थ बनाया गया है लेकिन तीन दिन बाद भी इस आदेश पर अमल नहीं हुआ है।
महापौर ने की थी सीएम से शिकायत
राजनांदगांव मेडिकल कालेज के अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक को लेकर यहां जमकर शिकायतें थीं। कोरोना जैसी महामारी के बाद भी उनकी कार्यप्रणाली सुस्त थी। इसे लेकर महापौर हेमा देशमुख ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ हुई वर्चुअल बैठक में शिकायत की थी। साथ ही कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी ने भी शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने इस मामले में कार्रवाई के संकेत उसी दिन दे दिए थे और इसके दूसरे दिन 23 अप्रैल शुक्रवार को अस्पताल अधीक्षक डॉ. बेक को हटाने का आदेश संचालनालय से आ गया। शासन ने बेक को जरुर हटा दिया है लेकिन कम संसाधन के साथ कोई भी अधिकारी काम नहीं कर सकता। अस्पताल में न ही पर्याप्त संख्या में बेड हैं और न ही ऑक्सीजन की व्यवस्था है। ऐसे में प्रबंधक के रुप में कोई भी आ जाए, परेशानी जारी रहेगी।
इन्हें मिला प्रभार
स्वास्थ्य संचालनालय से डॉ. प्रदीप बेक को अस्पताल अधीक्षक के पद से हटाने के आदेश में ही मेडिकल कालेज अस्पताल के सर्जरी विभाग के प्राध्यापक डॉ. संदीप चंद्राकर को अस्पताल अधीक्षक बनाए जाने का उल्लेख था लेकिन इस आदेश को तीन दिन बीत जाने के बाद भी इसका पालन नहीं किया गया है।
पत्रिका ने राज्य सरकार द्वारा बनाए गए अस्पताल अधीक्षक डॉ. चंद्राकर से उनके मोबाइल में संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन नंबर स्विच आफ आया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वे अस्पताल अधीक्षक के रुप में कार्य करने के इच्छुक भी नहीं हैं। शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिस तरह से तुरंत कार्रवाई की गई और इसके बाद यहां इसके पालन को लेकर जैसी देरी हो रही है उसे लेकर प्रबंधन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
बेक कर रहे काम
सुस्ती और लापरवाही का आरोप मौजूदा अस्पताल अधीक्षक डॉ. बेक पर लगाकर जरुर उन्हें हटा दिया गया है लेकिन तीन दिन बाद भी नए अधीक्षक के नहीं आने के कारण बेक यहां काम कर रहे हैं।

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