
तालाब फूटने के बाद तेज बहाव से बहता पानी। फोटो: पत्रिका
कुंभलगढ़. (राजसमंद)। कुंभलढ़ उपखंड मुख्यालय और आसपास शुक्रवार सुबह से ही तेज बारिश के कारण नालों और तालाबों के उफन ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। इस बरसात ने जहां एक ओर महिला की जान ले ली, वहीं दूसरी ओर तीन मासूम बच्चों, एक जीप चालक और दो युवकों को जिंदगी और मौत के बीच झूलने पर मजबूर कर दिया।
सुबह साढ़े पांच बजे से ही बारिश ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि कणुजा तालाब की पाल पांच से छह फीट तक टूट गई। तालाब का पानी उफनता हुआ बरसाती नाले में मिला और पल भर में नाले ने नदी का रूप ले लिया। कणुजा से कुंचोली के एक निजी स्कूल के तीन बच्चे रोजाना जीप से स्कूल आते-जाते हैं। स्कूल संचालक ने बारिश देख छुट्टी तो कर दी, लेकिन बच्चों को घर छोड़ते समय किसे पता था कि रास्ता रुक जाएगा। जीप चालक नंदकिशोर पुत्र मेघाराम, केलवाड़ा निवासी बच्चों को घर छोड़ने निकले ही थे कि कणुजा का उफनता नाला रास्ता रोक चुका था। उन्होंने जैसे-तैसे पुलिया पार करनी चाही लेकिन पुलिया पर बहता पानी जीप को बीच में ही अटका गया। पल भर में जीप पानी से घिर गई और चालक व तीनों बच्चे ढाई घंटे तक उसी में फंसे रहे।
जैसे ही बच्चों और युवकों के फंसे होने की सूचना प्रशासन को मिली, कुंभलगढ़ एसडीएम गोविंद सिंह रत्नू, डीएसपी ज्ञानेंद्र सिंह केलवाड़ा थानाधिकारी विशाल गवारिया, ओड़ा चौकी प्रभारी अजय सिंह, तहसीलदार बाबूलाल नारनौलिया, एनएचआई 162 ई के उपनिदेशक राजेंद्र सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ में पोकलेन, जेसीबी, क्रेन और एंबुलेंस भी पहुंचाई गई। रेस्क्यू कर एक-एक कर तीनों बच्चों भव्य पुत्र शंकरलाल, मनीषा पुत्री भंवर सिंह और मनीष पुत्र शंकर सिंह को सुरक्षित निकाला। चालक नंदकिशोर को भी जेसीबी की बकेट में बैठा कर बाहर लाया गया। उधर, पेड़ पर चढ़े दोनों युवकों को भी रेस्क्यू टीम ने जेसीबी के बकेट में खींचकर उतारा।
इधर, उसी नाले को पार करने के प्रयास में उदयपुर जिले के झाड़ोल निवासी भंवरलाल पुत्र लक्खाराम लोहारी और सरदार सिंह पुत्र नाहर सिंह बाइक समेत बह गए। दोनों युवक किसी तरह बहते-बहते एक पेड़ पकड़ने में कामयाब हुए और पेड़ की ऊंची शाखा पर चढ़कर जान बचाई।
इसी बीच वरदा ग्राम पंचायत स्थित वेरो का मठ से परशुराम महादेव जाने वाले रास्ते की पुलिया पर पानी के तेज बहाव में बहने से विक्षिप्त महिला नंदूबाई भील की मौके पर मौत हो गई। राजसमंद से आई एसडीआरएफ और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर महिला का शव निकाला।
तेज बारिश से कुंभलगढ़ से सायरा, कुंभलगढ़ से कड़िया, ओड़ा से कोदर और बड़गांव से नाथद्वारा मार्ग घंटों बंद रहे। चारभुजा से भटेवर तक नव निर्मित नेशनल हाईवे 162 ई कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिया और सड़कें बह गईं। हाईवे निर्माण कर्मचारी दिनभर वैकल्पिक रास्तों की तलाश में जुटे रहे।
Updated on:
18 Jul 2025 07:05 pm
Published on:
18 Jul 2025 01:59 pm
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