रेल मंडल में अधिकारियों द्वारा कोविड 19 के प्रसार को रोकने के लिए लाइन बॉक्स को बंद करने का निर्णय लिया गया। शनिवार को लिए गए निर्णय की जैसे ही सूचना आई, रेल संगठन व कर्मचारी आक्रोशित हो गए। इसके बाद तीन प्रमुख संगठन की आपात बैठक एक साथ हुई। इसमे वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन, वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ व स्टेशन मास्टर संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक के बाद संगठन नेता हरदेश पांडे, प्रतापगिरी, जेके वर्मा, प्रकाश परमार, दीपक गुप्ता, हिमांशु पिटारे, हितेश शाह, शिवनाथ बघेल ने बताया कि रविवार को लॉकडाउन होने की वजह से कोई विरोध नहीं किया गया। सोमवार सुबह 9 बजे सभी संगठन के पदाधिकारी व कर्मचारी एक साथ रेलवे स्टेशन पर लॉबी में एकत्रित होंगे। यहां पर जोरदार प्रदर्शन के बाद निर्णय के खिलाफ मंडल रेल प्रबंधक के खिलाफ ज्ञापन दिया जाएगा।
कर्मचारियों के विरोध का कारण लाइन बॉक्स बंद करने के बाद एक बैग रनिंग कर्मचारियों को देने का है। इस बैग में डिटोनेटर याने की रेलवे की भाषा में पटाखे रहते है जो पटरी पर दुर्घटना रोकने में मदद आते है, दिए जाएंगे। इसका ही विरोध कर्मचारियों का है। कर्मचारियों का कहना है कि घर में कभी बच्चों ने इनको फोड़ लिया या कोई दुर्घटना होगी तो जवाबदेह किसकी रहेगी। इतना ही नहीं, रनिंग रूम में आराम के दौरान कोई चोरी कर गया तो जवाबदेही किसकी होगी। इसके चलते ही विरोध किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के बाद रेल कर्मचारियों ने रैली निकाली व डीआरएम कार्यालय गए। यहां पर अपनी मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया।