
shivraj singh chouhan
रतलाम. रतलाम में इंदौर के एमवाय अस्पताल से लोहार रोड तक सीमा के नियम को तोड़कर शव लाने व दफानाने का मामला सामने आने के बाद शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने गहरी नाराजी प्रकट की है। यह नाराजी सोशन मीडिया पर भी विधायक चेतन्य काश्यप ने व्यक्त की है। यह पहली बार है जब विधायक को गुस्सा आया है। आमतौर पर शांत स्वभाव के माने जाने वाले विधायक की नाराजी के बाद यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में होने वाली प्रशासनीक सर्जरी में इसका खामियाजा अधिकारियों को उठाना पडेग़ा।
यह किया पहला ट्वीट
कोरोना पॉजिटिव मृतक का शव रतलाम लाए जाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण है। शव का इंदौर से बिना जांच-पड़ताल रवाना होना व रतलाम जिले में सम्पूर्ण सीमाएं सील होने के बाद शहर तक आना गंभीर लापरवाही दर्शाता है।
मैं इस मामले की उच्च स्तरीय जांच मांग की मांग करता हूं।
यह किया दूसरा ट्वीट
रतलाम जिले में सम्पूर्ण सीमाएं सील होने के बाद भी उक्त शव का जिले की सीमा में प्रवेश कर शहर तक आना गंभीर लापरवाही दर्शाता है। इसलिए राज्य शासन से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर इंदौर-रतलाम के जवाबदेह और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भारी पडेग़ी विधायक की नाराजी
शहर विधायक राज्य की सत्ता में खासा दखल रखते है। पूर्व में भाजपा सरकार के दौरान वे राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे है। इसके अलावा इस समय क्रिड़ा भारती के अखिल भारतीय कार्यकारी अध्यक्ष है। विधायक चेतन्य काश्यप ने पत्रिका को बताया कि उन्होंने राज्य शासन से पूरे मामले की जांच की मांग की है। यह गंभीर मामला है कि इंदौर से लेकर रतलाम तक बॉर्डर सील होने के बाद भी शव को लाकर दफनाया गया व इस बात की किसी को जानकारी तक नहीं हो पाई।
Published on:
09 Apr 2020 11:08 am
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