
इस बड़े धर्मगुरु ने कहा- भाजपा पागलों की पार्टी, इसमें एक नहीं बहुत सारे पागल
देवबंद. सपा के राष्ट्रीय महासचिव व शिया धर्मगुरु जावेद आबदी ने वसीम रिजवी व भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि वसीम रिजवी जैसे लोगों का नाम लेना भी उचित नहीं समझते हैं, क्योंकि जो अपना ईमान व अपनी जुबान बेच दे उनका जिक्र करना भी सही नहीं है। मुंह तो उनका है, लेकिन उसमें जुबान आरएसएस की है। साथ ही उन्होंने कहा है की बुक्कल नवाब उस पार्टी में हैं, जो पागलों की पार्टी है। उनके मुख्यमंत्री खुद हनुमान को दलित बताते हैं। बता दें वे देवबंद में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
इस मौके पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव जावेद आबदी ने कहा कि वसीम रिजवी जैसे लोगों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। जो अपना ईमान बेच दें, अपने आपको बेच दें, अपनी जुबान बेच दें उसका जिक्र क्या किया जाए। मैं समझता हूं कि मुंह उनका है और जुबान आरएसएस की है। ऐसी उसमें क्या बात है उसमें कौन सा सुर्खाब का पर लगा हुआ है, जो उनको सिक्योरिटी दी है। दरवाजे पर बिल्कुल ऐसे जैसे कोई कैबिनेट मिनिस्टर है, जिसकी सुरक्षा की जाए। कैबिनेट मिनिस्टर की भी सुरक्षा नहीं होती, जितनी इनकी हो रही है। यह सवाल तो आरएस से पूछा जाए कि आपने जो अपना पपेट छोड़ रखा है। इससे ही बुलवाना चाहते हैं न वो कोई मुफ्ती है, न कोई मौलवी है आैर न कोई आलिम है। उनकी बात पर कोई ऐतबार नहीं किया जा सकता। जाहिर है वे कोई मुसलमान नहीं है, न ही मुसलमान रहनुमा है।
वहीं उन्होंने बुक्कल नवाब पर कहा कि बुक्कल नवाब उस पार्टी में हैं, जो पागलों की पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी में एक पागल नहीं, बहुत से पागल हैं। आप देखिए मुख्यमंत्री कहते हैं कि अगर बंदर कहीं दिख जाए तो हनुमान चालीसा पढ़ लो। उनके यहां पर कोई हनुमान जी को दलित बता रहा है तो कोई जाट बता रहा है। बुक्कल नवाब समेत सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। ये 2014 में किए हुए वादों से भटकाने के लिए ऐसी बेहूदा बातें कर रहे हैं। उससे ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी दिवानों की आैर पागलों की पार्टी है।
Published on:
05 Jan 2019 09:20 am
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