जिसके कारण भारत की सुरक्षा और भी ज्यादा मजबूत होगी। इस रडार इमेजिंग अर्थ ऑबजर्वेशन सैटेलाइट को रीसैट-2बी उपग्रह का नाम दिया गया है। इसरो के मुताबिक मौसम के अनुसार ही तय किया जाएगा कि पीएसएलवी रॉकेट को कब उड़ाया जाए। पीएसएलवी रॉकेट पहले लॉन्च पैड से आरआईएसएटी-2बी को लेकर सुबर 5.27 मिनट पर उड़ान भरेगा।
तस्वीरों से हुआ खुलासा, लगातार सिकुड़ रहा है चंद्रमा बता दें कि पहले की तरह इस बार भी इसरो ने ऐसे इंतजाम किए हैं कि लोग इसके लॉन्चिंग इवेंट को लाइव देख सकें। सतीष धवन स्पेस सेंटर (श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश) गैलरी में इसके लिए विशेश व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन बुकिंग लॉन्च से पांच दिन पहले शुरु कर दी जाएगी।