पूर्व पंचायती राज मंत्री हरलाल सिंह खर्रा तथा वर्तमान विधायक झाबर सिंह खर्रा के पैतृक गांव भारणी के वीरेंद्र सिंह जी रावत ने बताया कि शहीद कल्याण सिंह रावत पूर्व डिप्टी कमांडेंट सीआरपीएफ के भाई प्रेम सिंह रावत सीआरपीएफ से सेवानिवृत्त होने के बाद जयपुर के झारखंड महादेव मंदिर में गार्ड के रूप सेवाएं दे रहे थे।
ड्यूटी के दौरान प्रेम सिंह को हार्ट अटैक आ गया। उन्हें मरुधर अस्पताल जयपुर में ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। प्रेम सिंह की देह को जब उनके पैतृक गांव भारणी लाया गया तो पति की मौत के सदमे में महज 2 घंटे बाद ही पत्नी रामकुंवर की भी सदमे से मृत्यु हो गई। बेटे नंद सिंह ने बताया कि पिता प्रेम सिंह को श्रद्धांजलि देने महावीर सिंह खर्रा, ग्राम सरपंच पूर्ण सिंह निठारवाल, पूर्व सरपंच पुत्र ख्यालीराम सहित अनेक गणमान्य लोग पहुंचे।
पूरा परिवार ही सेना को समर्पित वीरेंद्र सिंह वीरावत ने बताया कि उनका परिवार देश सेवा को समर्पित है। परिवार के अधिकांश लोग या तो सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं या अभी सेना में कार्यरत हो कर देश सेवा कर रहे हैं।
प्रेम सिंह के अग्रज कल्याण सिंह विरावत भी सीआरपीएफ में डिप्टी कमांडेंट के पद पर रहते हुए श्रीनगर में आतंकवादियों से मुठभेड में शहीद हो चुके हैं। प्रेम सिंह के 1 पुत्र और 4 पुत्रियां तथा पौत्र पोत्रियां हैं। भारणी ग्राम पंचायत सरपंच पूर्ण सिंह निठारवाल ने बताया कि प्रेम सिंह स्वभाव से बहादुर और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे।