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एमपी का ये जिला उगलेगा ‘शुद्ध कोयला’, 558 एमएमटी शुद्ध भंडार मौजूद

MP News: यह अदाणी पावर की पहली कैप्टिव खदान है, जिसे सरकार से खनन संचालन की मंज़ूरी प्राप्त हुई है....

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फोटो सोर्स: पत्रिका

फोटो सोर्स: पत्रिका

MP News:मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में अदानी ग्रुप की कोयला खदान को मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी लंबे समय से लंबित थी। भारत सरकार के कोयला मंत्रालय ने दो दिन पूर्व खदान संचालन की मंजूरी दी है। इस खदान की पीक उत्पादन क्षमता 6.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है। इसमें से 5 एमटीपीए उत्पादन ओपन कास्ट माइनिंग से और बाकि भूमिगत खनन से होगा। भू-वैज्ञानिक रिपोर्ट के अनुसार इस ब्लॉक में कोयले का 620 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) ग्रास जियोलॉजिकल रिजर्व और 558 एमएमटी शुद्ध भंडार मौजूद है।

2027 तक हासिल करने का लक्ष्य

यह अदाणी पावर की पहली कैप्टिव खदान है, जिसे सरकार से खनन संचालन की मंज़ूरी प्राप्त हुई है। खदान की ओपन कास्ट पीक रेट क्षमता वित्त वर्ष 2027 तक हासिल करने का लक्ष्य है। भूमिगत खनन का आरंभ नौ वर्षों बाद किया जाएगा। अदाणी पावर के इस ब्लॉक की 30 वर्ष की लीज है। धिरौली ब्लॉक से मर्चेंट पावर आवश्यकताओं के साथ ही 1,200 मेगावाट क्षमता वाले महान पावर प्लांट को आपूर्ति की जाएगी, जिसे 3,200 मेगावाट तक विस्तारित करने की योजना है।

कंपनी की भविष्य की योजना

अदाणी पावर की योजना वित्त वर्ष 2027 तक ओपन कास्ट माइनिंग की पूरी क्षमता यानी 5 मिलियन टन प्रति वर्ष हासिल करने की है। भूमिगत खनन की शुरुआत करीब नौ साल बाद होगी। कंपनी ने बताया कि इस ब्लॉक के लिए उसके पास 30 साल का खनन पट्टा है, जिससे लंबे समय तक संचालन सुनिश्चित रहेगा।