पूर्व मंत्री व जिला प्रभारी राजेन्द्र चौधरी ने चुनाव जीतने तथा बोर्ड बनने पर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट( Deputy CM Sachin Pilot ) की तरफ से मतदाताओं का आभार जताया। चौधरी ने कहा कि नया बोर्ड शहर का विकास करेगा।
फिर से हुई बाड़ा बंदी
नगर परिषद में उपसभापति के लिए मतदान बुधवार को होगा। ऐसे में कांग्रेस व भाजपा के निर्वाचित पार्षदों की फिर से बाड़ा बंदी कर ली गई। हालांकि सभी पार्षदों को शहर के निजी स्थान पर ही रोका गया है। दोनों ही दल उपसभापति को लेकर तैयारियों में लग गए। निर्वाचन प्रक्रिया के तहत बैठक सुबह 10 बजे, नामांकन पत्रों की प्रस्तुतिकरण 11 बजे, नाम वापसी दोपहर दो बजे, मतदान दोपहर ढाईबजे से 5 शाम पांच बजे तक इसके बाद मतगणना होगी। शहर का सम्पूर्णविकास होगा
निर्वाचन के बाद सभापति अली अहमद ने कहा कि कांगे्रस को विकास के आधार पर पहले मतदाताओं ने बहुमत दिया। अब सभापति के लिए कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। शहर का सम्पूर्ण विकास कराया जाएगा। इसके लिए जो सपना सजोया है उसकी तैयारियां शुरू की जाएगी। शहर को हरा-भरा बनाने से शुरुआत होगी।
सबसे पहले आए कांग्रेस से 4
निर्वाचन विभाग ने मतदान की प्रकिया सुबह 10 बजे से शुरू कर दी। सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर कांग्रेस के चार पार्षद सुनील बंसल, शाहिद सईद, राहुल सैनी व ईरशाद बैग आए। इसके 15 मिनट बाद साढ़े 11 बजे भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मी जैन के साथ सभी 23 पार्षद गणेश माहुर, बीना जैन, भागचंद जैन, विष्णु शर्मा, रामचरण साहू, मुकेश कीर, मुकेश सैनी, राजेश कंवर, अमजद, शाहिदा बानो, राहुल, कालूलाल, ममता गुर्जर, गोमधी देवी, ज्योति सोनी, पंकज महावर, पूजा, मनीष कुमार, हकीकत राय, आदित्य, रामअवतार, सुगना तथा निर्दलीय सोना सैनी व बादल आए।
144 पर शुरू हुई प्रक्रिया
मतदान दोपहर एक बजकर 30 मिनट पर पूरा हो गया। इसके बाद एक बजकर एक बजकर 44 मिनट पर निर्वाचन विभाग ने मतगणना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। दोपहर दो बजे रिटर्निंग ऑफिसर ने निर्वाचन की घोषणा कर दी।
बैरीकेड्स लगाकर रोके वाहन
अब से पहले तक नगर परिषद के सभापति का चुनाव घंटाघर स्थित नगर परिषद कार्यालय में होता था, लेकिन इस बार निर्वाचन विभाग ने इसमें बदलाव कर कर अग्निशमन केन्द्र में कर दिया। इस मार्ग पर वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया।
भारी पुलिस बल रहा तैनात
निर्वाचन प्रक्रिया के चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया। निर्वाचन कार्यालय के बाहर समेत शहर में कईस्थानों पर पुलिस जवान तैनात किए गए।
फोटो मिलान कर भेजा अंदर
निर्वाचन विभाग ने मतदान के लिए पार्षदों को फोटो मिलान कर मतदान केन्द्र में भेजा। अग्निशमन कार्यालय के मुख्य द्वार पर ही जांच केन्द्र बनाया गया। जहां तैनात कर्मचारी व पुलिसकर्मीमतदान करने आ रहे पार्षदों की पहले फोटो मिला रहे थे। नकाबपोश महिलाओं के लिए पर्दे का इंतजाम किया गया। जहां महिला अधिकारी की ओर से पहचान की गई।
मतदान से पहले ली शपथ
सभापति मतदान से पहले तक भाजपा के सभी पार्षद व 6 निर्दलीय समेत कांग्रेस के 7 पार्षद शपथ लेते चुके थे। ऐसे में मतदान से पहले कांग्रेस के 20 पार्षद तथा 4 निर्दलीयों को रिटर्निंग ऑफिसर ने शपथ दिलाई। इसके बाद पार्षद दल की बैठक की प्रक्रिया तथा बाद में मतदान किया गया।
अंदर जाने पर हॉट-टॉक
अग्निशमन केन्द्र में बनाए गए निर्वाचन कार्यालय में पार्षदों के साथ पार्टीसे एक तय पदाधिकारी को ही अंदर जाने दिया गया। ऐसे में बाहर सडक़ पर खड़े लोगों ने अंदर जाने को लेकर कुछ देर नाराजगी जाहिर की। भाजपा की ओर से आरोप लगाया कि अंदर कईकांग्रेसी पदाधिकारी चले गए। इस पर प्रशासन के साथ उनकी हॉट-टॉक भी हुई।
इतने वोटों से जीते अब तक सभापति
नगर परिषद में सभापति का चुनाव 1994 में हुआ। तब 23 वोट लेकर भाजपा के गणेश माहुर, 1999 में 30 वोट लेकर मोहम्मद अजमल, 2004 में 24 वोट लेकर कांग्रेस की रुकमणि, 2009 में मोहम्मद अजमल सीधे विजय, वर्ष2014 में 25 वोट लेकर भाजपा की लक्ष्मी जैन तथा अब 36 वोट लेकर कांग्रेस के अली अहमद सभापति चुने गए।
अब नहीं ले पाई कोई भी वोट
वर्ष 2014 के नगर परिषद चुनाव में भी कांग्रेस को बढ़त मिली थी, लेकिन कांग्रेस पार्षदों की ओर से की गईक्रॉस वोटिंग के चलते भाजपा ने बोर्ड बनाया, लेकिन इस बार क्रॉस वोटिंग नहीं हुईऔर भाजपा निर्दलीयों को भी अपने साथ नहीं ले पाई। ऐसे में कांग्रेस का बोर्डबन गया। वर्ष2014 में कांग्रेस को 45 में से 22, भाजपा को 18 तथा निर्दलीय के रूप में 5 पार्षद चुनकर आए। सभापति के चुनाव में कांग्रेस को महज 19 मत ही मिले थे। वहीं भाजपा को 25 मत मिले थे। वहीं एक पार्षद ने मतदान नहीं किया था।
कांग्रेस में खुशी, भाजपा में निराशा
सभापति का निर्वाचन होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर छा गई। वहीं बाहर खड़े भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा हो गई। कुछ देर बाद ही भाजपा कार्यकर्तानिर्वाचन कार्यालय के बाहर से चले गए। वहीं कांगे्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई। सभापति अली अहमद को फूल मालाओं से लाद दिया। जमकर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की।